
भारत से हर साल कई करोड़पति देश छोड़कर बाहर बस रहे हैं, हालांकि इस साल 2025 में करोड़पति लोगों के देश छोड़ने की संख्या में कमी हुई है। हाल ही में हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, इस साल करीब 3500 करोड़पति देश छोड़कर बाहर बस जाएंगे। वहीं 2024 में यह संख्या 5100 और 2023 में यह संख्या 4300 थी। इस रिपोर्ट की माने तो इससे पता चलता है की पहले के मुकाबले अब कम भारतीय देश छोड़कर जाने की योजना बना रहे हैं।
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जानिए क्या कहती है रिपोर्ट
हर साल देश छोड़कर जाने वाले अमीर लोगों की रिपोर्ट जारी की जाती है, इस साल हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन डैश्बोर्ड 18 जून, 2025 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया है की जो अमीर देश छोड़कर जाएंगे उनकी संपत्ति करीब 26.2 बिलियन डॉलर के करीब होगी। गौर करने वाली बात यह है की 2014 से लेकर 2024 तक करोड़पतियों की संख्या में भारत में करीब 72% का इजाफा देखा गया है।
हर साल इतने करोड़पति छोड़ रहे अपना देश
हेनली और पार्टनर्स की और प्रकाशित इस रिपोर्ट में मुख्य रूप से ऐसे व्यक्ति जिनके पास 10 लाख अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक की तरल निवेश योग्य संपत्ति है साल दर साल उनके आवाजाही पर नजर रखी गई है। दुनियाभर में सबसे अधिक अमीर लोग करीब 16500 यूनाइटेड किंगडम (UK) छोड़कर जाने वाले हैं, जो चीन से करीब 7800 अनुमानित अमीर लोगों की संख्या के दोगुने से भी अधिक है।
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वहीं फ्रांस से जाने वाले करोड़पति लोगों की यह संख्या करीब 800, स्पेन से करीब 500 और जर्मनी से करीब 400 तक है। बता दें इनमें से अधिकतर करोड़पति टैक्स फ्रेंडली देश जैसे दुबई, मोनाको और माल्टा का रुख कर रहे हैं।
यह देश हैं सबसे अधिक पसंदीदा जगह
अधिकतर देश छोड़कर जाने वाले करोड़पति लोगों की पहली पसंद यूनाइटेड अरब एमिरेट्स (UAE) बना हुआ है, ऐसा अनुमान है की इस साल करीब 9,800 लोग यहाँ का रुख कर बसने की योजना बना रहे हैं। वहीं यूएई के बाद दूसरे नंबर पर यूनाइटेड स्टेटस ऑफ अमेरिका का है जहां पर इस साल लगभग 7500 करोड़पति जाकर बस सकते हैं। वहीं साउदी अरब भी अमीरों के हब के तौर पर उभरा है, जहां एक अनुमान के मुताबिक 2025 में 2400 करोड़पति रुख करने वाले हैं। टैक्स नीतियों, लाइफस्टाइल और गोल्डन वीजा जैसे विकल्पों के चलते यूके, रूस, साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीकी लोगों के लिए यूएई पहली पसंद बना हुआ है।
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