कहते हैं इंसान का जन्म सिर्फ एक तारीख भर नहीं होता, बल्कि ये तारीख उसकी पूरी जिंदगी की दिशा और दशा तय करती है. अंक ज्योतिष शास्त्र (Numerology) भी यही कहता है कि किसी भी व्यक्ति की जन्मतिथि से निकलने वाला मूलांक (Root Number) उसके स्वभाव, सोच और जीवन के बारे में बताता है.

विशेष रूप से मूलांक 3, 4 और 8 को लेकर विशेषज्ञों की राय कुछ अलग है. ये अंक अपने साथ कुछ खास गुण लेकर आते हैं, लेकिन साथ ही इनमें कुछ ऐसी आदतें और स्वभाव जुड़ जाते हैं जो कई बार दूसरों को परेशान कर सकते हैं. आइए जानते हैं
मूलांक 3: जब ज्ञान अहंकार बन जाए
अगर आपका जन्म 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ है, तो आपका मूलांक 3 बनता है। इस मूलांक पर राज करते हैं बृहस्पति, जिन्हें ज्ञान और गुरु का प्रतीक माना जाता है.
मूलांक 3 के लोग ऊर्जावान, बुद्धिमान और नेतृत्व क्षमता से भरपूर होते हैं. इनका आत्मविश्वास गजब का होता है, लेकिन कई बार यह आत्मविश्वास घमंड में बदल जाता है. ये लोग जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश करते हैं और कई बार अपने शब्दों के चयन में लापरवाह हो जाते हैं, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है.
सावधानी: अगर मूलांक 3 के लोग अपने शब्दों और कर्तव्यों को लेकर सजग हो जाएं, तो ये जीवन में बड़ी ऊंचाइयां छू सकते हैं।
मूलांक 4: जिद और गुस्सा खुद की राह का रोड़ा
4, 13, 22 और 31 तारीख को जन्मे लोग आते हैं मूलांक 4 के अंतर्गत. इस अंक के स्वामी हैं राहु एक ग्रह जो रहस्य, भ्रम और असमंजस से जुड़ा होता है.
मूलांक 4 के लोग मेहनती, साहसी और स्पष्ट विचारों वाले होते हैं, लेकिन इनका गुस्सा और जिद्दी स्वभाव अक्सर इनके लिए ही मुश्किलें खड़ी कर देता है, ये लोग कई बार अपने ही हाथों से अच्छे मौके और रिश्ते गंवा बैठते हैं.
सावधानी: राहु जब संतुलन में होता है तो सफलता दिलाता है, लेकिन जब यह बेकाबू हो जाए तो जीवन में उथल-पुथल मचा देता है। धैर्य और सोच-समझकर कदम उठाना ही इनकी कुंजी है।
मूलांक 8: संघर्ष से तपकर ही निखरते हैं
अगर आपका जन्म 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है, तो आप मूलांक 8 में आते हैं, जिसके स्वामी हैं शनि देव। शनि को कर्म और न्याय का ग्रह माना जाता है.
मूलांक 8 के जातक जीवन में हमेशा संघर्षों से गुजरते हैं. हर बार जब ये कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो कोई न कोई चुनौती इनका इंतजार कर रही होती है. ये भीतर से मजबूत होते हैं, लेकिन लगातार आने वाली मुश्किलों से कभी-कभी टूट भी जाते हैं. अकेलापन इनका सबसे बड़ा दुश्मन बन सकता है.
सावधानी: अगर ये लोग यह समझ जाएं कि हर परेशानी उन्हें मजबूत बनाने का एक जरिया है, तो फिर कोई भी ताकत इन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने से नहीं रोक सकती.
तो अगली बार जब किसी की जन्मतिथि देखें, तो उस पर एक नजर और डालिए अगर इन मूलांक वालों से सामना होता है तो बचकर रहे