
वरुथिनी एकादशी भारत में वैष्णव धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा और आराधना के लिए जाना जाता है। वरुथिनी एकादशी पर किए गए विशेष उपायों और व्रत से घर में समृद्धि, सुख-शांति और धन-धान्य की प्राप्ति होती है। इस पावन अवसर पर कई खास विधियों और उपायों का पालन करना आवश्यक माना जाता है, जो जीवन में सकारात्मक बदलाव और मां लक्ष्मी की कृपा का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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गाय के घी का दीपक जलाना
सबसे पहले इस दिन गाय के घी से दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है। गाय के घी का दीपक पूजा स्थल पर रखने से न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि यह भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करता है। घी के दीपक से निकलने वाली सुगंधित रौशनी घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जो समृद्धि के द्वार खोलती है।
तुलसी की माला से मंत्र जाप
इसके साथ ही तुलसी की माला से मंत्र जाप भी अत्यंत लाभकारी होता है। ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। तुलसी को भगवान विष्णु का प्रिय पौधा माना जाता है, इसलिए तुलसी से जुड़े उपायों का विशेष महत्व है।
लक्ष्मी चालीसा का पाठ
वहीं, लक्ष्मी चालीसा का पाठ करना भी इस दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। मां लक्ष्मी की स्तुति और उनके चरणों में भक्ति से आर्थिक तंगी दूर होती है तथा धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
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पीले फूल और नारियल अर्पित करना
इसके अतिरिक्त, पीले फूल और नारियल लेकर भगवान विष्णु को अर्पित करना चाहिए। पीला रंग धन-समृद्धि का प्रतीक माना गया है, और नारियल का अर्पण भाग्य और सौभाग्य को बढ़ाता है। यह उपाय नौकरी में पदोन्नति और घर में खुशहाली लाने के लिए भी अत्यंत प्रभावी है।
शंख में जल अर्पित करना
शंख में जल भरकर भगवान विष्णु को अर्पित करना भी वरुथिनी एकादशी के दिन किया जाने वाला एक प्रमुख उपाय है। शंख की ध्वनि और जल अर्पण से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और घर में समृद्धि का वास होता है।
वरुथिनी एकादशी के उपायों का जीवन में प्रभाव
वरुथिनी एकादशी पर ये उपाय न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं। इसके साथ ही इस दिन व्रत रखना और उपवास का पालन करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है, जिससे शरीर और मन दोनों में शुद्धि आती है। इसके अलावा, इस दिन अन्य धार्मिक क्रियाओं जैसे कि दान-पुण्य और ध्यान करना भी लाभदायक होता है।
श्रद्धा और भक्ति से करें उपाय
इस दिन की महत्ता को समझते हुए, समय पर पूजा और उपाय करना आवश्यक है ताकि मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहे। श्रद्धा और भक्ति के साथ किए गए ये उपाय जीवन में खुशहाली, समृद्धि और सुख-शांति लेकर आते हैं। इस पावन अवसर पर परिवार के सभी सदस्य मिलकर पूजा करें और एक-दूसरे के सुख-शांति की कामना करें, इससे आशीर्वाद और भी गहरा होता है।
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