
पंजाब के जालंधर जिले में 31 मई की रात एक विशेष सुरक्षा अभ्यास ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत ब्लैकआउट ड्रिल की जाएगी। इस ड्रिल की घोषणा जिला उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने की, जिसमें स्पष्ट किया गया कि रात 9:30 से 10 बजे तक पूरे जिले की बिजली बंद कर दी जाएगी। ब्लैकआउट से पूर्व सायरन की आवाज सुनी जाएगी, जिससे नागरिकों को सचेत किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्धकालीन परिस्थितियों में नागरिकों और प्रशासन की ताकत को परखना है।
भारत-पाक तनाव और आतंकी घटनाओं की रणनीतिक अभ्यास
यह ड्रिल भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की प्रतिक्रिया स्वरूप आयोजित की जा रही है। इससे पहले 7 मई को पूरे देश में एक एक्सरसाइज आयोजित की गई थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने ‘ऑपरेशन शील्ड’ के नाम से एक और राष्ट्रव्यापी सिविल डिफेंस एक्सरसाइज का ऐलान किया। इस अभ्यास का प्राथमिक लक्ष्य है युद्ध जैसी स्थितियों में नागरिकों की भागीदारी और सुरक्षा व्यवस्थाओं की जांच करना।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में तैयारी जोरों पर
पंजाब सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, ड्रिल के दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया जाएगा, जबकि आपातकालीन सेवाएं जैसे अस्पताल, अग्निशमन स्टेशन और पुलिस थाने इससे मुक्त रहेंगे। यह संपूर्ण प्रक्रिया सिविल डिफेंस नियम, 1968 की धारा 19 के अंतर्गत की जा रही है।
हरियाणा में सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन शाम 5 बजे से होगा। इस दौरान हवाई हमले, ड्रोन अटैक और अन्य आपातकालीन परिस्थितियों का अनुकरण किया जाएगा। हरियाणा में रात 8 से 8:15 बजे तक सीमित ब्लैकआउट भी लागू किया जाएगा, जो आपात सेवाओं को प्रभावित नहीं करेगा।
राजस्थान में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी संचार प्रणालियों को जांचा जाए और ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट के समय और स्थान को गोपनीय रखा जाए.