हिमाचल प्रदेश में मानसून की एंट्री के साथ ही बारिश कहर बनकर टूट पड़ी है. बीते 24 घंटों के भीतर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही मानसून की शुरुआत से अब तक प्रदेश में कुल 20 लोगों की जान जा चुकी है. हालात इतने गंभीर हैं कि सरकार को कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है. इन चारों जिलों में स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.

कुल्लू और धर्मशाला में बाढ़ का कहर
राज्य के कई इलाकों में बिजली, मोबाइल नेटवर्क और परिवहन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. खासकर कुल्लू और धर्मशाला के कुछ हिस्सों में अचानक आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है. हिमाचल सरकार के मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि भारी बारिश और बाढ़ से अब तक 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
सभी स्कूल बंद रखने के आदेश
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्कूल बंद करने का आदेश देते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे ऊपर है. चारों जिलों के डीसी को निर्देश दे दिए गए हैं कि हालात सामान्य होने तक शैक्षणिक संस्थान बंद ही रखे जाएं.
NDRF और SDRF को किया गया तैनात
राज्य में आपदा प्रबंधन को लेकर सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. SDRF और NDRF की टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात कर दी गई हैं. कल एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है जिसमें हालात की समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
राज्य में मौसम की ये मार कब तक चलेगी, ये कहना मुश्किल है. लेकिन फिलहाल सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता जान-माल का नुकसान रोकना और हालात को जल्द से जल्द सामान्य करना है.