हीटवेव में भी राहत नहीं, स्कूल टाइमिंग फिर से बदली जाएगी! गर्मी की छुट्टियों पर जल्द फैसला संभव

देश में लगातार बढ़ती हीटवेव ने स्कूलों की घंटियों को भी चुप करा दिया है! स्कूल टाइमिंग फिर बदली जा रही है और गर्मी की छुट्टियां तय समय से पहले शुरू हो सकती हैं। क्या आपके बच्चे की पढ़ाई भी इस बदलाव से प्रभावित होगी? जानिए पूरी अपडेट और सरकार के राहत उपायों की पूरी जानकारी

By GyanOK

हीटवेव में भी राहत नहीं, स्कूल टाइमिंग फिर से बदली जाएगी! गर्मी की छुट्टियों पर जल्द फैसला संभव
हीटवेव में भी राहत नहीं, स्कूल टाइमिंग फिर से बदली जाएगी! गर्मी की छुट्टियों पर जल्द फैसला संभव

देश के कई हिस्सों में प्रचंड हीटवेव (Heatwave) का कहर लगातार जारी है और तापमान रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच चुका है। ऐसे में स्कूलों में पढ़ाई जारी रखना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। गर्मी की तीव्रता को देखते हुए राज्य सरकारें एक के बाद एक स्कूल टाइमिंग (School Timing) में बदलाव कर रही हैं और कुछ जगहों पर गर्मी की छुट्टियों (Summer Vacation) की तारीखों में भी फेरबदल की तैयारी की जा रही है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।

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स्कूल समय में फिर होगा बदलाव

हीटवेव के चलते कई राज्यों में पहले से ही स्कूलों का समय बदला गया था, लेकिन अब मौसम की मार को देखते हुए एक बार फिर समय में परिवर्तन की तैयारी है। विशेष रूप से उत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और दिल्ली जैसे राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता गहराती जा रही है।

इन हालातों में कई जिलों के जिलाधिकारियों और शिक्षा अधिकारियों ने स्कूलों की समयसारिणी सुबह के समय में स्थानांतरित कर दी है। अधिकतर स्कूल अब सुबह 6:30 बजे से लेकर 10:30 बजे तक ही चलाए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर तो स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का भी प्रस्ताव विचाराधीन है।

स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी

स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) और मौसम विभाग दोनों ने ही चेतावनी जारी की है कि बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए यह हीटवेव जानलेवा हो सकती है। गर्म हवाएं, उच्च तापमान और उमस के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और त्वचा संबंधी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है।

इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में आवश्यक सावधानियां बरतने के निर्देश दिए गए हैं, जैसे कि पानी की पर्याप्त उपलब्धता, खेल गतिविधियों पर रोक और दोपहर के समय में छुट्टी देना। कई जगहों पर विद्यालय परिसर में हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं।

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गर्मी की छुट्टियों पर जल्द हो सकता है निर्णय

गर्मी की छुट्टियां हर साल तय तारीखों पर घोषित होती हैं, लेकिन इस बार बदलते मौसम के चलते सरकारें समय से पहले ही छुट्टियां देने पर विचार कर रही हैं। कुछ राज्यों में तो पहले ही 15 मई से छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं, जबकि अन्य राज्यों में इस सप्ताह के अंत तक निर्णय लिया जा सकता है।

शिक्षा विभाग का कहना है कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और यदि हालात नहीं सुधरे, तो गर्मी की छुट्टियां और आगे बढ़ाई जा सकती हैं। कई राज्यों ने इस संबंध में जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है ताकि उचित निर्णय लिया जा सके।

मौसम विभाग का अनुमान

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार हीटवेव की स्थिति अगले 7-10 दिनों तक जारी रह सकती है। कई राज्यों में दिन का तापमान 47 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की वजह से हीटवेव की तीव्रता और अवधि दोनों में इजाफा हुआ है। यह एक चिंताजनक संकेत है और आने वाले वर्षों में इससे निपटने के लिए व्यापक नीति की आवश्यकता है।

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शिक्षा की गुणवत्ता भी प्रभावित

लगातार बदलते स्कूल टाइमिंग और अचानक छुट्टियों की घोषणा से शिक्षा व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। शिक्षकों का कहना है कि सिलेबस पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है और परीक्षाओं के कार्यक्रम में भी बदलाव की आवश्यकता पड़ सकती है। हालांकि शिक्षा विभाग ऑनलाइन क्लास और रिवीजन योजनाओं के विकल्प पर विचार कर रहा है।

राहत के उपायों पर विचार

हीटवेव से राहत देने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कई उपाय किए जा रहे हैं। कुछ शहरों में ठंडे पानी के टैंक, फव्वारे और मेडिकल हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है ताकि लोग दिन के समय बाहर निकलने से बचें और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाएं।

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