
रिसर्चर्स ने एक ग्रुप ने दुनिया का पहला फ्लेक्सिबल सौर पैनल तैयार किया है, दावा है, की यह इतना पतला है, जिसे कोटिंग के रुप में किसी भी ऑब्जेक्ट पर लगाया जा सकेगा, और वो ऑब्जेक्ट, पोर्टेबल एनर्जी सोर्स के रुप में काम करेगा, वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन-बेस्ड पैनलों की तुलना में 150 गुना पतले सोलर सेल बनाए है।
सोलर सेल इतने पतले हो कर भी ये भरपूर एनर्जी पैदा कर सकते है, वैज्ञानिकों का कहना है, की इन पैनलों को किसी भी ऑब्जेक्ट पर प्रिंट किया जा सकेगा, जैसे कार या स्मार्टफोन का केस ऐसा हुआ तो आपकी डिवाइस सौर ऊर्जा पैदा करने वाली डिवाइस में बदल जाएगी।
लैब और फैक्ट्रियों में बनेंगे पैनल
वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया मटीरियल वह कैल्शियम टाइटेनियम ऑक्साइड का सिंथेटिक वर्जन है, दावा है, की इसे सस्ते दाम में लैब या फैक्ट्रियों में बनाया जा सकता है, ऐसा हुआ तो सोलर पैनल को अधिक मात्रा में तैयार किया जा सकेगा, रिसर्चर्स का कहना है, की इस आविष्कार से हम सस्ती सौर ऊर्जा पैदा करने के लिए कई तरह की सतहों पर पेरोवस्काइट कोटिंग्स लगाने की कल्पना कर सकते है, यह हमारी कारों, और बिल्डिंग की छत और यहां तक की मोबाइल फोन के पीछे भी लग जाएगी।
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इसके अलावा कई और वैकल्पिक सोलर सेल टेक्नोलॉजी जैसे ऑर्गेनिक सोलर सेल को धीरे-धीरे एक्सप्लोर किया जा रहा है, रिसर्चर्स के ग्रुप ने 10 फीसदी की रिकॉर्ड एफिशिएंसी और 30 साल की लाइफ वाले सोलर सेलों को डेवलप करने में कामयाबी हासिल की है।