
Aadhaar Update 2025: भारत में आधार कार्ड जारी करने का काम UIDAI ( भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) करती है. आधार कार्ड में कुछ बदलाव किए गए है. इन बदलावों से UIDAI यह तय करना चाहता है कि एक ही जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करके बच्चों के लिए दो अलग -अलग ‘ बाल आधार’ कार्ड न बनाया जाएं.
नए नियमों के अनुसार, UIDAI अब माता -पिता की अनुमति से 5 साल से कम उम्र के बच्चों का आधार नंबर रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया या राज्य के मुख्य रजिस्ट्रार के साथ साझा कर सकता है. इसके अलावा नई नियमों में उन आधार कार्ड को रद्द करने को कहा है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है.
UIDAI ने जारी किया नोटिफिकेशन
UIDAI ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि अगर किसी बच्चे की उम्र 5 साल से कम है और उसका आधार कार्ड उसके जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर बिना बायोमेट्रिक जानकारी लिए बन गया है, तो अभिभावक की सहमति से बच्चे का कार्ड रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया या राज्य के मुख्य रजिस्ट्रार के साथ साझा कर सकते हैं. सरकार यह तय कर रही है कि कहीं एक ही जन्म प्रमाण पत्र पर दोबारा आधार कार्ड तो नहीं बनाया जा रहा है.
1.17 करोड़ से ज़्यादा लोगों का आधार कार्ड बंद
UIDAI ने 1.17 करोड़ से ज्यादा मृत व्यक्तियों का आधार कार्ड बंद कर दिया है. ऐसा करने के लिए UIDAI ने Registrar General of India (RGI) के साथ मिलकर काम किया है. RGI ने 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 1.55 करोड़ मृत्यु प्रमाण पत्र के रिकॉर्ड भेजे थे, जिनकी जांच करने के बाद ये आधार नंबर डिएक्टिवेट किए गए हैं.