
Mumbai Rain Alert: मुंबई Rains Alert News के अनुसार, मायानगरी मुंबई एक बार फिर भारी बारिश की चपेट में आने वाली है। Indian Meteorological Department (IMD) ने अगले 24 घंटे के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि शहर और उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश के साथ गरज और बिजली के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। सोमवार को पहले ही दिन 24 घंटे में शहर में औसतन 106 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसने सामान्य जनजीवन को काफी प्रभावित किया।
तेज बारिश का असर: जनजीवन अस्त-व्यस्त
इस बार मानसून ने सामान्य तारीख से 16 दिन पहले मुंबई में दस्तक दी है, जो 1950 के बाद पहली बार हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्दी पहुंचने के कारण बारिश ने शुरुआती दिनों से ही अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। बीते सोमवार को मुंबई शहर, पश्चिमी और पूर्वी उपनगरों में क्रमशः 106 मिमी, 72 मिमी और 63 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इस लगातार बारिश से सड़कें और रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए, जिससे लोकल ट्रेन और विमान सेवाएं प्रभावित हुईं। एयर इंडिया और SpiceJet जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए Advisory जारी की है। इसके साथ ही बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने लोगों को अत्यधिक आवश्यकता के बिना घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
प्रभावित क्षेत्र और सेवाएं
दक्षिण मुंबई में स्थिति सबसे अधिक गंभीर रही, जहां भारी बारिश के कारण पेड़ उखड़ गए, बिजली आपूर्ति बाधित हुई और कई इलाके जलमग्न हो गए। वर्ली नाका स्थित नवनिर्मित आचार्य अत्रे चौक मेट्रो स्टेशन में भी पानी घुस गया, जिसके चलते मुंबई मेट्रो रेल निगम को ऑपरेशन रोकना पड़ा। पेडर रोड और नेपियन सी रोड जैसे पॉश इलाकों में जलभराव ने लोगों को परेशानी में डाल दिया।
रेलवे सेवाओं में देरी, मेट्रो स्टेशनों की अस्थायी बंदी और ट्रैफिक जाम जैसे हालातों ने आम मुंबईकर की दिनचर्या को बुरी तरह बाधित किया है। IMD का अनुमान है कि इस सप्ताह के भीतर बारिश 204.5 मिमी तक पहुंच सकती है, जिससे आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
बारिश की तीव्रता का अनुमान
IMD के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले 24 घंटों में आसमान में घने बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में गरज और बिजली के साथ बारिश जारी रहेगी। समुद्र के किनारे बसे इस शहर में इतनी तीव्र और लगातार बारिश के चलते शहरी बुनियादी ढांचे पर भी असर पड़ता दिखाई दे रहा है। मानसून के पहले चरण में ही जिस तरह से रिकॉर्ड वर्षा हो रही है, वह इस बात का संकेत है कि इस वर्ष मानसून सामान्य से ज्यादा सक्रिय रहने वाला है।