यह अनोखी घटना साल 1894 की है, जब ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया और स्क्रैच इलेवन के बीच एक मैच खेला जा रहा था. लंदन के अखबार ‘पाल-माल गजट’ ने इस मैच की रिपोर्ट छापी थी. रिपोर्ट में बताया गया कि विक्टोरिया टीम के एक बैटर ने जोरदार शॉट मारा और गेंद सीधा जाकर मैदान के अंदर एक पेड़ पर अटक गई.

क्रिकेट के नियमों को जानने वाले ज्यादातर लोग यही कहेंगे कि एक बॉल पर ज़्यादा से ज़्यादा सात रन ही बन सकते हैं वो भी ओवरथ्रो जैसी स्थिति में. लेकिन क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा वाकया दर्ज है, जब एक ही गेंद पर पूरे 286 रन बन गए थे!
जब तक गेंद पेड़ से नहीं गिरी, तब तक दौड़ते रहे बैटर
गेंद बाउंड्री लाइन के अंदर थी लेकिन पेड़ की ऊँचाई पर जा फंसी. फील्डर्स की लाख कोशिशों के बावजूद गेंद नीचे नहीं आ रही थी और बैटर बिना रुके रन दौड़ते रहे. विरोधी टीम अंपायर से शिकायत करने पहुंची, लेकिन अंपायर का कहना था कि जब तक गेंद नजर आ रही है, उसे ‘डेड बॉल’ घोषित नहीं किया जा सकता.
डंडे से लेकर बंदूक तक, गेंद गिराने की जद्दोजहद
फील्डिंग टीम ने पहले लकड़ी और डंडों से गेंद गिराने की कोशिश की. फिर पेड़ काटने के लिए कुल्हाड़ी भी लाई गई. लेकिन जब उससे भी बात नहीं बनी तो आखिरकार बंदूक मंगाई गई ताकि गोली मारकर गेंद को गिराया जा सके!
286 रन तक जा पहुंची रनिंग
जब तक गेंद नीचे आई, तब तक बैटर्स लगातार दौड़ते रहे और कुल 286 रन बना लिए. उस दौर में रन दौड़ने की कोई सीमा तय नहीं थी, तो बैटर इसका भरपूर फायदा उठा लेते थे. हालांकि ऐसा किस्सा आज के समय में लगभग नामुमकिन है.
क्या आज भी मुमकिन है ऐसा कुछ?
आज के आधुनिक क्रिकेट में ऐसी घटना की कल्पना भी नहीं की जा सकती. नियमों में साफ लिखा है कि अगर गेंद किसी अजीब जगह अटक जाए और खेल आगे न बढ़ सके, तो उसे डेड बॉल घोषित कर दिया जाता है.
तो अगली बार जब कोई आपसे पूछे कि एक गेंद पर सबसे ज़्यादा कितने रन बन सकते हैं, तो जवाब होगा 286 रन! हां, ये मज़ाक नहीं, क्रिकेट का एक सच्चा किस्सा है.