सिर्फ एक बार भरें ₹340, फिर टोल से मिलेगी आज़ादी! रोज़ाना मिलेगी फ्री एंट्री

MoRTH ने राष्ट्रीय राजमार्गों से यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी राहत दी है। अब टोल प्लाजा के 20 किमी दायरे में रहने वाले सिर्फ ₹340 में मासिक टोल पास ले सकते हैं और अनलिमिटेड बार टोल पार कर सकते हैं। साथ ही, सरकार GPS आधारित नई टोल प्रणाली लाने की तैयारी कर रही है जिससे टोल शुल्क दूरी के अनुसार लिया जाएगा।

By GyanOK

सिर्फ एक बार भरें ₹340, फिर टोल से मिलेगी आज़ादी! रोज़ाना मिलेगी फ्री एंट्री
टोल

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने हाल ही में एक ऐसा कदम उठाया है, जो राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे से नियमित रूप से यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक राहत भरी खबर बन चुका है। यदि आप टोल प्लाजा के पास रहते हैं, तो अब महंगे टोल चार्ज को हर बार चुकाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिर्फ 340 रुपये में एक मासिक टोल पास लेकर आप हर महीने अनगिनत बार टोल पार कर सकते हैं – बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के।

340 रुपये में मिलेगा टोल पास के लिए पात्रता

MoRTH की नई योजना के अनुसार, जो भी यात्री किसी भी टोल प्लाजा से 20 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं, वे सिर्फ ₹340 प्रति माह का भुगतान कर एक मासिक पास प्राप्त कर सकते हैं। इस पास के जरिए वह संबंधित टोल प्लाजा को असीमित बार पार कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें हर बार टोल शुल्क नहीं देना होगा। यह सुविधा उन लाखों स्थानीय निवासियों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी जो रोज़ाना ऑफिस, स्कूल, या व्यवसाय के सिलसिले में इन सड़कों का इस्तेमाल करते हैं।

पास प्राप्त करने के लिए यात्रियों को कुछ आवश्यक दस्तावेज, जैसे पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र टोल प्राधिकरण को जमा करने होंगे। यह पहल आम नागरिकों को वित्तीय रूप से राहत देने के साथ-साथ टोल प्रबंधन को भी अधिक संगठित बनाएगी।

स्थानीय निवासियों के लिए राहत भरा कदम

इस योजना से सबसे अधिक लाभ उन्हें मिलेगा जो टोल प्लाजा के आसपास बसे हैं। ऐसे लोगों को अब बार-बार टोल शुल्क नहीं देना होगा, जिससे उनकी मासिक यात्रा लागत में बड़ी कटौती होगी। ये नई सुविधा न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है बल्कि समय की भी बचत कराती है क्योंकि पास धारकों के लिए अलग लेन की सुविधा भी कई जगह दी जा रही है।

जल्द आ रहा है GPS आधारित टोल प्रणाली

जहां एक ओर मासिक टोल पास की सुविधा लाई गई है, वहीं दूसरी ओर सरकार एक और क्रांतिकारी योजना पर काम कर रही है – GPS आधारित टोल प्रणाली। GNSS (Global Navigation Satellite System) आधारित यह तकनीक पारंपरिक टोलिंग सिस्टम को पूरी तरह बदल देगी।

इस प्रणाली में GPS के ज़रिए आपकी गाड़ी को ट्रैक किया जाएगा और जितनी दूरी आपने यात्रा की है, उसके हिसाब से ही टोल शुल्क लिया जाएगा। यानी यदि आपने केवल 5 किलोमीटर ही टोल सड़क का इस्तेमाल किया है, तो आपको पूरी दूरी का नहीं, सिर्फ उतनी ही दूरी का शुल्क देना होगा।

यह प्रणाली FASTag की तुलना में कहीं अधिक पारदर्शी और सटीक होगी। इसके तहत टोल शुल्क आपके डिजिटल वॉलेट से स्वचालित रूप से काट लिया जाएगा। हालांकि, इस प्रणाली की लॉन्च तिथि को लेकर अब तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

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