
गर्मियों में बिजली चले जाने पर इन्वर्टर हमारे बहुत काम आता है. लेकिन इन्वर्टर बैटरी को सही तरीके से चलाने के लिए उसमे डिस्टिल्ड वाटर की सही मात्रा होनी चाहिए। इन्वर्टर में समय -समय पर डिस्टिल्ड वाटर डालना पड़ता है। अगर आपके इन्वर्टर की बैटरी में पानी की कमी के कारण जल्दी डिस्चार्ज हो जाता है, तो अब आप घर बैठे फ्री में अपनी बैटरी के लिए डिस्टिल्ड वाटर बना सकते है.
घर पर डिस्टिल्ड वाटर ऐसे बनाएं
- सबसे पहले एक बर्तन में 4 -5 लीटर नार्मल पानी डाले।
- अब बर्तन के अंदर एक लोहे की पाइप डालें। बर्तन के ढक्कन को इस तरह से सील कर दें कि भाप सिर्फ पाइप के माध्यम से बहार आएं।
- इसके बाद पानी वाले बर्तन को गैस पर रखकर गरम करें। जैसे-जैसे पानी गरम होगा, पाइप के माध्यम से भाप का पानी निकलने लगेगा। इस भाप के पानी को किसी साफ बर्तन में इकट्ठा कर लें।
- जब सारा पानी भाप में बदल आएगा तो उसे कुछ देर के लिए ठंडा होने दें।
- पानी ठंडा होने के बाद आप इसे इन्वर्टर की बैटरी में डाल सकते हैं।
भाप से बना पानी इन्वर्टर बैटरी के लिए बहुत अच्छा होता है, क्योकि इसमें टीडीएस कम होता है और इसमें किसी भी तरह की अशुद्धियां नहीं होती है। इस पानी के इस्तेमाल से बैटरी जल्दी ख़राब नहीं होगी।
गर्मियों में बैटरी का ख़ास ध्यान रखें
इन्वर्टर की बैटरी को लंबे समय तक चलाने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है –
- गर्मियों में अपनी बैटरी ओर ज्यादा लोड न डालें। एक समय पर ज्यादा उपकरण इस्तेमाल न करें।
- समय -समय पर कनेक्शन पॉइंट की सफाई करते रहे।
- ध्यान रखे बैटरी को कभी भी नमी वाली जगह पर न रखें, क्योंकि नमी के कारण बैटरी खराब हो सकती है।
- हर 3 -4 महीने में डिस्टिल्ड वाटर का लेवल चेक करते रहे।
- इन्वर्टर का इस्तेमाल तभी करें जब बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो जाए, आधी बैटरी पर लोड डालने से वह जल्दी ख़राब हो सकती है।