
आज के समय अनहेल्थी लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, इनमे ओबेसिटी, डाइबीटीज, थाइरॉइड के अलावा फैटी लीवर एक बड़ी समस्या बनकर उभर रही हैं। फैटी लीवर की जब आती है, तो अक्सर लोगों को लगता है की यह समस्या अधिकतर शराब का सेवन करने वाले लोगों को होती है, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है।
कई तरह की रिसर्च मे मॉडर्न लाइफस्टाइल की वजह से गैर-अल्कोहोलिक फैटी लीवर रोग (NAFLD) यानि शराब न पीने लोगों में भी फैटी लीवर के मामले सामने आए हैं। इस समस्या से दुनिया की लगभग 25 से 30 फीसदी आबादी और भारत मे करीब 40 फीसदी आबादी प्रभावित हो रही है। ऐसे में हमारे रोजाना के खान-पान की वह क्या आदतें हैं जिनके कारण फैटी लीवर की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं, चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
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क्या है फैटी लीवर
फैटी लीवर या हेपेटिक सटीटोसिस एक एसी गंभीर समस्या है, जिसमे लीवर की कोशिकाओं मे अतिरिक्त फैट जमा हो जाता है। यह फैट लीवर के ऊपर जमा होता है, जिसके कराण इसका वजन 5% से 10% अधिक बढ़ जाता है, जो फेटी लीवर का मुख्य कराण है। यह दो तरह अल्कोहोलिक फैटी लीवर और नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लीवर होती हैं। आमतौर पर अधिक मोटापे कारण लीवर मे फैट जमा होता है, जूसके चलते NAFLD अधिक गंभीर हो सकता है।
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ये 5 आदतें बन सकती है फैटी लीवर का कारण
फैटी लीवर की समस्या केवल शराब ही नहीं बल्कि रोजमर्रा के जीवन मे होने वाली इन 5 चीजों के कराण भी हो सकती हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं।
- नियमित स्मोकिंग: अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से स्मोकिंग करता है, तो उनमे फैटी लीवर रोग होने का खतरा बढ़ सकता है। अधिक स्मोकिंग के कारण लीवर मे अतिरिक्त फैट जमा हो जाता है जिससे लीवर मे सूजन आती है और कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
- मीठी ड्रिंक्स का सेवन: अधिकतर मीठी ड्रिंक्स का सेवन करने से भी लीवर से जुड़ी परेशानियाँ बढ़ जाती है। इन ड्रिंक्स मे फ्रक्टोस के रूप मे अधिक मात्रा मे चीनी पाई जाती है, जिसके नियमित या अधिक मात्रा मे सेवन से डायबिटीज जैसी समस्या या लीवर को नुकसान पहुँच सकता है।
- एक्सरसाइज़ की कमी: नियमित व्यायाम ना केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि यह लीवर मे जमा फैट को भी कम करने मे मदद करता है। ऐसे मे जो लोग बिल्कुल भी व्यायाम नहीं करते उनमे फैटी लीवर की समस्या अधिक बढ़ जाती है, ऐसे मे रोजाना 30 मिनट तक एक्सरसाइज़ या वर्कआउट फैटी लीवर को स्वस्थ करता है।
- कम पानी पीने के कारण: कम पानी पीने से भी लीवर संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, सही मात्रा मे पानी पीने से शरीर से टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकलते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है। वहीं कम पानी पीने से लीवर खराब होने की समस्या अधिक बढ़ सकती है और ब्लड सर्कुलेशन पर भी इसका असर पड़ता है।
- पोषक तत्वों की अधिक मात्रा: अनहेल्थी लाइफस्टाइल के चलते शरीर में पोषक तत्वों की कमी लीवर मे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। लेकिन कई बार विटामिन ए और डी की अधिक मात्रा के कारण भी मेटाबोलिज़्म स्लो पड़ जाता है, इससे लीवर जो शरीर से कई तरह के टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है यह टॉक्सिक पदार्थों को बाहर नहीं निकाल पाता। जिससे फैटी लीवर की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
कैसे करें बचाव
फैटी लीवर की समस्या से बचने के लिए आपको कुछ चीजें जैसे प्रोसेसड़ फूड, जंक फूड, मिठाइयां, शराब, रिफाइन्ड तेल, धूम्रपान आदि से दूरी बनाना बेहद ही जरूरी है। अपने स्वास्थ को बेहतर रखने के लिए आप हेल्थी आदतें जैसे व्यायाम और सही डाइट अपने जीवनशैली मे जरूर शामिल करें, तभी आप फैटी लीवर की समस्या से बच सकेंगे।
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