
उत्तराखंड में पिछले एक महीने से चुनाव का माहौल बना हुआ था। जुलाई 28 तक त्रिस्तरीय चुनाव सम्पन हुए इसके बाद 31 जुलाई 2025 को परिणाम भी घोषित हो गया है। प्रत्येक जिले में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के लिए अध्यक्ष का चुनाव हो गया है। राज्य में जिला पंचायत सदस्यों की 358 सीटों पर बहुत ही तगड़ा मुकाबला हुआ। रिजल्ट आने के बाद कई लोगों के मन में सवाल है कि जिला पंचायत अध्यक्ष बनकर उम्मीदवार को हर महीने कितने सैलरी मिलती है और इसके क्या कार्य होते हैं। इन सवालों का जवाब इस लेख में जानते हैं।
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जिला पंचायत अध्यक्ष को मिलने वाली सैलरी
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय चुनाव होते हैं जिसमें ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के चुनाव होते हैं। यानी की राज्य की पंचायत व्यवस्था तीन स्तरों में वितरित की गई है। इनके लिए अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है जिसको अधिक मत प्राप्त होते हैं उसकी विजय हासिल होती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष को हर महीने 15 हजार रूपए सैलरी मिलती है। इसके अतिरिक्त इन्हे सरकारी वाहन, वाहन भत्ता एवं सुरक्षा के लिए गनर की सुविधा भी दी जाती है।
जिला पंचायत अध्य्क्ष के मुख्य कार्य क्या हैं?
जिला पंचायत अध्यक्ष के कई महत्वपूर्ण कार्य होते हैं जो वह जिले के विकास और क्षेत्र के विकास के लिए करता है।
- केंद्र अथवा राज्य सरकार द्वारा जो भी योजनाएं जिले के लिए शुरू की जाती है उन्हें लोगों तक पहुंचाने का काम अध्यक्ष करता है ताकि सभी को लाभ मिल सके।
- जिले में हो रहे विकास कार्य जैसे स्कूल, सड़क, स्वस्थ्य केंद्र, जल निकासी और कृषि योजनाओं को चालू करके उन पर नज़र रखने का काम अध्यक्ष द्वारा किया जाता है।
- प्रशासन के साथ मिलकर बजट आवंटित करना, नए प्रस्तावों को पास करने के काम जी जिम्मेदारी में अध्यक्ष भी शामिल होता है।