कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) UG 2025 के नतीजों के बाद यूनिवर्सिटी में दाखिला प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है. दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) समेत देशभर की बड़ी यूनिवर्सिटीज़ में अंडर ग्रेजुएशन (UG) कोर्सेज़ के लिए आवेदन और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम जारी है.

ऐसे में 12वीं पास कर चुके लाखों छात्रों के लिए यह समझना बेहद जरूरी हो जाता है कि दाखिले के समय TC (Transfer Certificate) और Migration Certificate में से किस दस्तावेज़ की ज़रूरत होती है और इनके बीच फर्क क्या होता है?
TC यानी ट्रांसफर सर्टिफिकेट क्या है और कब लगता है?
TC (Transfer Certificate) एक ऐसा दस्तावेज़ होता है, जो यह साबित करता है कि छात्र ने अपनी पिछली संस्था की पढ़ाई पूरी कर ली है और वह आगे की पढ़ाई के लिए योग्य है.
- यह सर्टिफिकेट आमतौर पर उसी स्कूल द्वारा जारी किया जाता है जहाँ से छात्र ने आखिरी बार पढ़ाई की हो.
- इसमें छात्र का नाम, जन्मतिथि, और अध्ययन की अवधि जैसी जानकारियाँ होती हैं.
- जब छात्र एक स्कूल से दूसरे स्कूल में जाता है, तब TC अनिवार्य होती है.
माइग्रेशन सर्टिफिकेट कब ज़रूरत पड़ती है?
Migration Certificate एक अधिक औपचारिक दस्तावेज़ होता है, जिसकी जरूरत तब पड़ती है जब छात्र बोर्ड या राज्य बदल रहा हो, या फिर जब वह किसी नई यूनिवर्सिटी में दाखिला ले रहा हो जो उसके पुराने बोर्ड से अलग हो.
- यह सर्टिफिकेट छात्र के बोर्ड (जैसे CBSE, ISC या स्टेट बोर्ड) द्वारा जारी किया जाता है.
- इसके लिए आवेदन स्कूल के ज़रिए या स्वयं छात्र द्वारा किया जा सकता है.
- माइग्रेशन सर्टिफिकेट यह दर्शाता है कि छात्र को अपनी पिछली संस्था से “स्थानांतरित” कर दिया गया है और वह नई यूनिवर्सिटी में पढ़ाई शुरू कर सकता है.
किसका कब इस्तेमाल होता है?
यह सवाल लाखों छात्रों के मन में घूम रहा है आखिर TC या Migration, किसकी ज़रूरत कब और किस परिस्थिति में होती है?
- अगर कोई छात्र अपने ही राज्य में स्थित यूनिवर्सिटी में दाखिला ले रहा है, तो आमतौर पर सिर्फ TC से काम चल जाता है
- लेकिन अगर छात्र दूसरे राज्य या दूसरे बोर्ड से किसी यूनिवर्सिटी में दाखिला ले रहा है, तो उसे Migration Certificate की भी ज़रूरत पड़ेगी.
दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में क्या है नियम?
डीयू (DU) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए दोनों दस्तावेज़ TC और Migration Certificate अनिवार्य होते हैं, खासकर तब जब छात्र किसी अन्य राज्य या बोर्ड से आ रहा हो.
- हालांकि यदि दस्तावेज़ तत्काल उपलब्ध नहीं हैं, तो छात्र शपथ पत्र (Undertaking) के ज़रिए कुछ समय की मोहलत पा सकते हैं.
- यह शपथ पत्र उन्हें निर्धारित समयसीमा के भीतर प्रमाण पत्र जमा करने की अनुमति देता है.
सलाह: डॉक्यूमेंट तैयार रखें, देरी से बचें
CUET UG 2025 की मेरिट लिस्ट में नाम आते ही यूनिवर्सिटी में दाखिले की प्रक्रिया तेज़ी से पूरी करनी होती है। इसलिए बेहतर होगा कि छात्र पहले से ही सभी जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखें
- Transfer Certificate (TC)
- Migration Certificate
- Marksheet, Photo ID, Category Certificate (यदि लागू हो)
TC और Migration Certificate दोनों अपने-अपने स्थान पर अहम दस्तावेज़ हैं. एक ही राज्य में एडमिशन ले रहे छात्रों के लिए TC काफी हो सकती है, लेकिन अन्य राज्य या यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए माइग्रेशन अनिवार्य होता है.