
देश के सबसे चर्चित शिक्षकों में से एक, इंटरनेट सेंसेशन और लाखों छात्रों के प्रेरणा स्रोत खान सर की शादी इन दिनों सुर्खियों में है। यह कोई आम शादी नहीं थी, बल्कि एक ऐसी मिसाल है, जो हमारे समाज को दहेज और दिखावे के विरुद्ध एक मजबूत संदेश देती है। खान सर की यह शादी सोशल मीडिया पर जितनी चर्चित है, उतनी ही प्रेरणादायक भी।
मई महीने में हुई सादगी भरी शादी
खान सर की शादी उस समय हुई जब भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चल रहा था। ऐसे संवेदनशील दौर में खान सर ने यह निर्णय लिया कि वे कोई बड़ी या भव्य शादी नहीं करेंगे। उन्होंने केवल परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में एक सादगीपूर्ण विवाह संपन्न किया। उनका कहना था कि यदि वे अपने छात्रों, जो उनकी पहचान का आधार हैं, को शादी में नहीं बुला सकते, तो फिर किसी और को आमंत्रित करने का कोई औचित्य नहीं बनता।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी शादी की बात गुप्त रखी गई थी ताकि किसी तरह का तामझाम न हो और यह एक शांतिपूर्ण निजी आयोजन बना रहे।
दहेज में क्या मिला खान सर को? खुद किया खुलासा
दहेज को लेकर खान सर का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। वे दहेज के कट्टर विरोधी हैं। एक वायरल वीडियो में उन्होंने मजाकिया अंदाज में बताया कि उन्हें पांच पारंपरिक वस्तुएं मिलीं—एक मिट्टी की सुराही, एक घड़ा, लकड़ी का पंखा (जेना), जानिमाज और कुरान शरीफ। इस तरह उन्होंने अपने अंदाज में समाज को यह बताया कि एक सच्चा विवाह दिखावे और लेन-देन से नहीं, बल्कि परंपरा और प्रेम से बनता है।
पत्नी की तस्वीर नहीं, स्केच से हुआ परिचय
छात्रों के भारी आग्रह पर जब उनसे उनकी पत्नी की तस्वीर दिखाने की बात कही गई, तो उन्होंने स्मार्ट बोर्ड पर एक स्केच बनाकर दिखाया जिसमें एक कर्ली हेयर वाली लड़की थी और कहा—“यही हैं मेरी पत्नी, एकदम ऐसी ही दिखती हैं।” उनके इस मजाकिया अंदाज पर क्लास में तालियों की गूंज सुनाई दी और वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया।
खान सर की पत्नी कौन हैं?
खान सर ने अपनी पत्नी के बारे में बहुत कम जानकारी दी है। उन्होंने सिर्फ नाम A.S. Khan बताया और यह बताया कि वे एक सरकारी अफसर हैं। उन्होंने पत्नी की प्राइवेसी का सम्मान करते हुए ज्यादा विवरण साझा नहीं किया, जिससे सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ ने तो मजाक में कहा कि जब तक मैडम जी की तस्वीर नहीं देखेंगे, तब तक बधाई नहीं देंगे।
खान सर का असली नाम और धर्म
खान सर की पहचान को लेकर समय-समय पर विवाद होते रहे हैं। कई लोग मानते हैं कि उनका असली नाम फैसल खान है, हालांकि उन्होंने कभी इसका प्रत्यक्ष उत्तर नहीं दिया। शादी के कार्ड पर भी सिर्फ “खान सर” ही लिखा गया। लेकिन हाल ही में उनके रिसेप्शन कार्ड के जरिए यह स्पष्ट हुआ कि वे इस्लाम धर्म को मानते हैं, जिससे अफवाहों पर विराम लग गया।
छात्रों के लिए खास भोज का ऐलान
6 जून को खान सर अपने उन छात्रों के लिए भोज आयोजित कर रहे हैं जो लंबे समय से उनकी क्लास से जुड़े हुए हैं। यह आयोजन उनके द्वारा अपने छात्रों के प्रति आभार प्रकट करने का तरीका है। यह भी दर्शाता है कि छात्रों के साथ उनका संबंध केवल शिक्षण तक सीमित नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी है।