रेलवे की भर्ती प्रक्रिया और संचालन को लेकर सोशल मीडिया पर गहमागहमी तेज़ हो गई है. खासतौर पर युवाओं में नाराजगी है, जो लंबे समय से सरकारी नौकरी का इंतज़ार कर रहे हैं। ट्विटर (अब X) पर #Railway_Reform जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जिनमें भर्ती में देरी, पारदर्शिता की कमी और Group D पदों की संख्या बढ़ाने जैसी माँगें उठ रही हैं. #Railway_Reform तेजी से ट्रेंड कर रहा है अब तक इसपर 1.29M posts की जा चुकी है.

भर्ती में देरी, लिस्ट का इंतज़ार और अनदेखी
कई उम्मीदवारों ने ट्वीट कर रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. @JayveerSaini ने लिखा, “भविष्य से खिलवाड़ बंद करो. हमें #Railway_Reform चाहिए.” उन्होंने वेटिंग लिस्ट जारी न होने, भर्ती कैलेंडर में देरी और Group D में ज्यादा पद निकालने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया. वहीं @JbkssArmy ने तकनीकी और गैर-तकनीकी पदों के बीच स्पष्टता की माँग की और हर गड़बड़ी पर “Zero Tolerance” नीति लागू करने की अपील की.
रेलवे कर रहा है टिकट बुकिंग सिस्टम में बदलाव
जहाँ एक तरफ उम्मीदवार नाराज़ हैं, वहीं रेलवे ने कुछ बड़े बदलावों की भी घोषणा की है. @wordofindia के अनुसार, दिसंबर 2025 तक नया PRS (Passenger Reservation System) लाया जा रहा है। साथ ही, अब तत्काल टिकट OTP से बुक होंगे और चार्ट 8 घंटे पहले तैयार होगा. इन बदलावों से टिकट बुकिंग तेज़, सुरक्षित और पारदर्शी होने की उम्मीद है.
ऑपरेशनल सुधार की भी तैयारी
रेलवे के संचालन को आधुनिक बनाने के लिए कमांड सेंटर और नया ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम तैयार हो रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि 2023-24 तक पूरे रेल नेटवर्क को बिजली से चलाया जाए और 2030 तक “शून्य कार्बन उत्सर्जन” वाली रेलवे बन जाए.
भर्तियों में भेदभाव के आरोप
कुछ उम्मीदवारों ने प्रतिष्ठित परीक्षाओं में पक्षपात और अनियमितताओं के आरोप भी लगाए हैं. @AnantKOfficial ने लिखा, “रेलवे सिस्टम की परतें खुल रही हैं. भर्ती में गड़बड़ियाँ और पक्षपात के आरोप युवाओं को निराश कर रहे हैं।” ऐसे में पारदर्शिता और जवाबदेही की माँग और तेज हो गई है.
RRBs की चेतावनी: फर्जीवाड़े से सावधान रहें
रेलवे भर्ती बोर्ड ने उम्मीदवारों से अपील की है कि वे सिर्फ आधिकारिक वेबसाइटों से जानकारी लें और किसी भी तरह की फर्जी नौकरी के झांसे में न आएँ. RRB भोपाल ने साफ किया है कि सारी भर्तियाँ मेरिट और कंप्यूटर आधारित प्रक्रिया से होती हैं, जिसमें किसी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश नहीं है.
आज की तारीख में भारतीय रेलवे एक बदलाव के मोड़ पर खड़ा है. एक ओर जहाँ लाखों उम्मीदवार अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं, वहीं रेलवे तकनीक और पर्यावरण के लिहाज से नए प्रयोग कर रहा है. 2025 में 32,438 Group D पदों की घोषणा के साथ उम्मीद जगी है, लेकिन अब ज़रूरत है पारदर्शी, समयबद्ध और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की – ताकि “रेलवे नौकरी” एक सपना नहीं, हक बन सके.