ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को सरकार की चेतावनी! नया फ्रॉड बना सकता है कंगाल

अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है! सरकार ने साइबर ठगों के नए हथकंडों को लेकर चेतावनी जारी की है, जिससे आपकी मेहनत की कमाई मिनटों में उड़ सकती है। जानें कौन से हैं ये नए ट्रैप, कैसे बचें ठगी से और क्या हैं सरकारी निर्देश – पूरी जानकारी यहां।

By Pinki Negi

आज के डिजिटलयुग में ऑनलाइन शॉपिंग करना जितना आसान हो गया है उतना ही इससे जुड़े साइबर सिक्योरिटी के खतरे भी बढ़ गए हैं। खासतौर पर त्योहार या सेल सीजन में जहां ऑनलाइन कपड़े, इलेक्ट्रानिक्स जैसे चीजों की शॉपिंग अधिक बढ़ रही है, वहीं साइबर ठग नई-नई तरकीबें लगाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। धीरे-धीरे कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें साइबर ठग ऑनलाइन लिंक्स, फ्रॉड एसएमएस और नकली कॉल्स के जरिए लोगों से बैंक डिटेल्स चुराकर उनके खाते से पैसे गायब कर रहे हैं।

इस बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को उपभोक्ताओं के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। ऐसे में साइबर ठगी से खुद को कैसे बचाया जा सकता है और कैसे स्कैमस की पहचान की जा सकती है चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।

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गृह मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट

गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (14C), ने ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों के लिए चेतावनी जारी करते हुए है की लोग किसी भी अनजान लिंक या नंबरों पर कॉल ना करें, केवल भरोसेमंद वेबसाइते से ही शॉपिंग करें। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े ठगी के मामले काफी बढ़ रहे, साइबर ठग फेक वेबसाइट, फर्जी एसएमएस और भ्रामक कॉल्स के जरिए उनकी जानकारी और पैसे दोनों ही चुरा रहे हैं।

इन 4 तरीकों से लोगों को फसातें हैं साइबर ठग

  • फिशिंग डिलीवरी मैसेज: यह एक ऐसा स्कैम है, जिसमें यूजर को एक उनके ऑर्डर डिले या पेमेंट पेंडिंग बताकर नकली लिंक भेजा जाता है। जो दिखने में बिल्कुल असली ई-कॉमर्स साइट जैसा लगता है, हालांकि यह लिंक यूजर्स को फेक साइट पर लेजकर उनकी यूपीआई या बैंक डिटेल्स चुरा लेते हैं।
  • पेमेंट वेरीफिकेशन फ्रॉड: इसमें लोगों को “ऑर्डर कंप्लीट नहीं हो पाया” कहकर फर्जी लिंक भेजे जाते हैं, जैसे ही इसपर क्लिक किया जाता है, तो फोन में मालवेयर इंस्टॉल हो जाता है जो आपकी बैंकिंग डिटेल्स हैकर्स तक पहुंचा देता है।
  • सोशल मीडिया स्कैम: कई स्कैमर्स फेसबुक या इंस्टाग्राम जैसी वेबसाइट्स पर फेक ब्रांडस के नाम से भी Sponsored एड्स चलते हैं, जिसपर क्लिक करते ही यूजर उस फेक साइट पर पहुँच जाते हैं।
  • फेक शॉपिंग वेबसाइट: गूगल सर्च पर ऐसी कई शॉपिंग साइट देखने को मिलती है, जो Flipkart, Myntra और Amazon जैसी असली लगती हैं लेकिन यह केवल धोखा धाड़ी के लिए डिजाइन की गई होती हैं।

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ऑनलाइन ठगी से कैसे बचें

ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आप किसी भी अनजान लिंक या वेबसाइट पर क्लिक ना करें। केवल ऑफिशियल ऐप्स या वेबसाइट जिनका URL (https://) सही है उनका ही इस्तेमाल करें। इसके साथ ही किसी से भी अपना पासवर्ड, ओटीपी और CVV साझा ना करें।

ठगी होने पर इन सरकारी टूल्स से लें मदद

अगर कभी आपके साथ साइबर फ्रॉड हो जाता है तो आप Sanchar Saathi और Chakshu Portal (भारत सरकार द्वारा लॉन्च) की मदद से फर्जी कॉल्स, एसएमएस और मेल की रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके अलावा आप 1930 साइबर हेल्पलाइन पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करके इसकी रिपोर्ट कर खुद का नुकसान होने से रोक सकते हैं।

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Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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