Train Fare Alert! कैसे पहचानें मेल, एक्सप्रेस या ऑर्डिनरी ट्रेन – किसका बढ़ा किराया?

अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो ये खबर आपके लिए जरूरी है! मेल, एक्सप्रेस और ऑर्डिनरी ट्रेनों में फर्क कैसे करें? किस ट्रेन का किराया बढ़ा है और क्यों? टिकट बुक करने से पहले ये जानकारी जान लें वरना हो सकता है नुकसान। पूरी डिटेल्स जानने के लिए अभी पढ़ें!

By Pinki Negi

1 जुलाई, 2025 से रेलवे की और से ट्रेन के किराए में बढ़ोतरी के बाद अब ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की जेब पर इसका असर पड रहा है। ऐसे में यदि आप भी रोजाना यात्रा के लिए ट्रेन से आवाजाही करते हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है की कौन सि ट्रेन में कितना किराया बढ़ाया गया है। फिर चाहे यात्रा छोटी हो या दूर की अगर आपको ट्रेन और उनके किराए की जानकारी है तो आप उनका नाम और नंबर में कभी कनफ्यूज नही होंगे।

वहीं यात्रा के लिए आप अपने बजट में किस ट्रेन में आसानी से यात्रा कर सकेंगे, इसकी भी आपको जानकारी रहेगी। तो चलिए जानते हैं कैसे पहचानें मेल, एक्सप्रेस या ऑर्डिनरी ट्रेन के बीच में अंतर।

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मेल ट्रेन क्या होती है?

मेल ट्रेन ऐसी ट्रेन होती हैं, जिनमें पहले समय में रेलवे एक डाक का डब्बा लगा दिया जाता था, जिसके जरिए डाक भेजी जाती थी। वहीं आज भी जबलपुर एक्स्प्रेस (Mail/ Express), मुंबई मेल, गोरखपुर मेल जैसी ट्रेनों के नाम में भी मेल शब्द जोड़ा जाता है। यह ट्रेन अधिकतर दूरी तय करती हैं और इनमें ज्यादातर स्टॉप चुनिंदा होते हैं।

सुपरफास्ट ट्रेन:

सुपरफास्ट ट्रेन तेज और कम स्टेशनों पर रुकने वाली होती है। इनका नंबर आमतौर पर 2 से शुरू होता है और इनमें Superfast या “SF” लिखा होता है, भारत में सियालदह सुपरफास्ट, विक्रमशिला सुपरफास्ट, राजेन्द्र नगर सुपरफास्ट चलती हैं।

एक्सप्रेस ट्रेन

ये साधारण पैसेनजेर ट्रेन से अधिक तेज होती है, लेकिन इनकी गति सुपरफास्ट से कम होती है। इनके नाम में “Express” लिखा होता है जैसे लखनऊ एक्स्प्रेस, हावड़ा एक्स्प्रेस, पटलीपुत्र एक्स्प्रेस आदि। हालांकि इसका किराया मेल ट्रेन जितना ही होता है, लेकिन अब इसमें थोड़ी बढ़ोतरी की गई है।

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पैसेंजर ट्रेन

पैसेंजर ट्रेन के नाम में केवल “Passenger” या “Ordinary” लिखा होता है। यह ट्रेनें छोटे-बड़े स्टेशनों पर रुकती हैं और इनमें अन्य ट्रेनों की तरह स्लीपर कोच नहीं होते। भारत में पैसेंजर ट्रेन जैसे बनारस पैसेंजर, इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेनों में किराया सबसे कम होता है।

कैसे पहचाने ट्रेन नंबर

ट्रेन नंबर के शुरू के डिजिट से ट्रेन की पहचान की जा सकती है, इसमें 0XXX (स्पेशल ट्रेन), 1XXX (लंबी दूरी मेल/एक्स्प्रेस/सुपरफास्ट), 2XXX (सुपरफास्ट ट्रेन), 5XXX, 6XXX (पैसेनजेर/लोकल ट्रेन), 12XXX (प्रीमियम, जनशताब्दी, राजधानी) और 22XXX (दुरंतो, हमसफर, तेजस) ट्रेनों के नंबर मौजूद होते हैं।

कितना बढ़ा ट्रेनों का किराया

भारतीय रेलवे के नए नियम के अनुसार एक जुलाई से AC और नॉन-AC मेल व एक्स्प्रेस समेत लंबी दूरी वाली ट्रेनों के लिए किराया बढ़ाया गया है। इसमें मेल और एक्स्प्रेस ट्रेनों के किराए में 1 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी जबकि एसी ट्रेन में यात्रा करने पर 2 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से इजाफा किया गया है।

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Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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