
भविष्य को सुरक्षित करने के लिए लोग FD करना अधिक पसंद करते हैं जिसे फिक्स्ड डिपॉजिट कहते हैं। निवेश करने के लिए यह एक बेहतरीन और सुरक्षित विकल्प माना जाता है। आजकल सभी बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम मिल जाती है वहीँ आप पोस्ट ऑफिस में भी फिक्स्ड डिपॉजिट करवा सकते हैं। इसे इमरजेंसी फंड भी कहते हैं। तो ऐसे में सवाल आता है क्या यह आपत्कालीन स्थितयों में काम आता है भी है और इससे क्या फायदा होगा, और यह कितना सही है? आइए इस पूरी जानकारी को लेख में जानते हैं।
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FD सुरक्षित है लेकिन सबसे बड़ी कमी
अपनी जमा पूंजी निवेश करने के लिए एफडी एक बेहतर ऑप्शन होता है और इसमें पैसे सुरक्षित भी रहते हैं लेकिन यदि आपातकालीन स्थिति में पैसे की जरुरत है तो इसमें देरी हो सकती है। जी हाँ लिक्विडिटी के मामले एफडी थोड़ा धीमे है।
अगर आप एफडी से पैसा निकाल रहे हैं तो इसमें बहुत टाइम लग सकता है। अगर हम अपने स्वास्थ्य के इलाज के लिए पैसों की जरुरत है तो देरी से समस्या हो सकती है।
इसके अतिरिक्त एफडी को मैच्योरिटी से पहले तोड़ा जाए तो ऐसे में बैंक आपसे इसका चार्ज ले सकते हैं यानी की पेनल्टी लेते हैं। अगर चार्ज देना होगा तो आपको मिलने वाला ब्याज कम मिलेगा।
प्री-मैच्योर विड्रॉल पर भी नुकसान
यदि आप एफडी को समय सीमा से पहले तोड़ देते हैं तो बैंक आपसे चार्ज के रूप में पेनल्टी लेता है। यह प्रत्येक बैंक में अलग अलग हो सकती है। ब्याज में 05 से लेकर 1 प्रतिशत की कटौती हो सकती है। इस कटौती से आपको मिलने वाला लाभ में नुकसान होता है।
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एमरजेंसी फंड के लिए बेहतर ऑप्शन
अगर आपको भविष्य में एमरजेंसी फंड का इस्तेमाल करना है तो आप पैसे को ऐसी जगह निवेश कर सकते हैं जहाँ आपको काम के लिए तुरंत पैसा मिल जाए और नुकसान भी न हो।
लिक्विड म्यूचुअल फंड- निवेश करने के लिए ये फंड कम जोखिम वाले होते हैं। इसमें आपको एक ख़ास सुविधा मिलती है कि आप एक दिन में ही इससे पैसा निकाल सकते हैं। इसमें आपको कोई भी पेनल्टी नहीं देनी होगी।
स्वीप-इन एफडी- अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट और बचत खाते दोनों का फायदा लेना चाहते हैं तो यह ऑप्शन सबसे बेस्ट है। इसमें सेविंग अकाउंट होता है जिसमें आप पैसे जमा करते हैं और लिमिट से अधिक पैसे होने पर यह एफडी में कन्वर्ट हो जाता है। ख़ास बात यह है कि जब आपको पैसों की आवश्यकता पड़ती है आप बिना सोचे पैसे निकाल सकते हैं आपको कोई भी जुर्माना नहीं देना पड़ेगा।
अलग सेविंग अकाउंट- एफडी के अतिरिक्त आपके पास सेविंग अकाउंट एक ऑप्शन है। इंमरजेंसी कभी भी पड़ सकती है इसलिए आपको सेविंग अकाउंट ही खोलना होगा। आप इस अकाउंट में समय समय पर पैसा जमा कर सकते हैं और जरुरत पड़ने पर निकाल सकते हैं।