
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR दरों की समीक्षा के बाद कुछ संशोधन किए है, जो की 27 जून से प्रभावी है, बैंक द्वारा अपनी 1 साल की MCLR को 9.10 प्रतिशत से घटाकर 9.05 फीसदी कर दिया है, 1 साल की MCLR वह प्रमुख दर होती है, जिस पर बैंक अधिकतर रिटेल लोन जैसे की होम लोन और पर्सनल लोन देता है।
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बैंक के द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार, एक साल की अवधि के लोए MCLR को 9.10 फीसदी से घटाकर 9.05 फीसदी कर दिया गया है, और तीन महीने की अवधि के लिए MCLR दर को 8.70 फीसदी से घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया गया है।
क्या होता है MCLR
MCLR का मतलब “मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट” यह एक बेंचमार्क ब्याज दर है जिसका उपयोग बैंक विभिन्न प्रकार के ऋणों के लिए ब्याज दरें निर्धारित करने के लिए करते है, MCLR वह न्यूनतम दर है, जिसके नीचे बैंक को लोन देने की अनुमति नहीं है, यानी की यह बैंक की लोन देने की सबसे न्यूनतम दर है, भारतीय रिजर्व बैंक ने लोन के लिए ब्याज दरें तय करने के लिए 1 अप्रैल 2016 को MCLR लागू किया था।
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बाकी टेन्योर के लिए कोई बदलाव नहीं
ओवरनाइट अवधि के लिए MCLR 8.20 फीसदी पर वैसी की वैसी ही रखी गई है, एक महीने के लिए 8.40 फीसदी और 6 महीने के लिए 8.90 फीसदी की दर में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है, इस संशोधन का उद्देश्य ग्राहकों को ऋण पर ब्याज दरों में कुछ राहत देना है, और विशेष रुप से होम लोन, ऑटो लोन और अन्य टर्म लोन लेने वाले उपभोक्ताओं को इस कटौती का लाभ मिल सकता है।