देश के कई हिस्सों में बढ़ती गर्मी और हीटवेव को देखते हुए स्कूलों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, असम और उत्तराखंड जैसे राज्यों में प्रशासन ने बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के शेड्यूल में बदलाव किए हैं।

उत्तर प्रदेश: 1 जुलाई तक छुट्टियां, लेकिन टीचर्स को आना होगा स्कूल
यूपी सरकार ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि कक्षा 1 से 8 तक के सभी बेसिक स्कूल अब 30 जून 2025 तक बंद रहेंगे। यानी बच्चों की पढ़ाई अब 1 जुलाई से फिर शुरू होगी। हालांकि, शिक्षकों को 16 जून से स्कूल में रिपोर्ट करना होगा।
महाराष्ट्र (विदर्भ): 23 जून से शुरू होंगे स्कूल, गर्मी में बदला टाइम
विदर्भ क्षेत्र में भी तापमान 43 डिग्री के पार पहुंच चुका है। ऐसे में स्कूलों को लेकर नया शेड्यूल जारी हुआ है। 23 जून से स्कूल खुलेंगे, लेकिन तब तक सुबह की शिफ्ट में ही क्लास चलेंगी। सुबह के समय स्कूलों का संचालन 11:45 बजे तक होगा, जिससे बच्चे दोपहर की गर्मी से बच सकें। 1 जुलाई से पुराना टाइमटेबल फिर से लागू किया जाएगा।
असम: गुवाहाटी समेत कई जिलों में बदला स्कूल टाइम
असम में भी प्रशासन ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। अब स्कूल सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुलेंगे। इस फैसले का मकसद बच्चों को भीषण गर्मी से बचाना है, जो दोपहर के वक्त ज़्यादा खतरनाक हो जाती है। यह बदलाव कई जिलों में लागू किया गया है, खासकर जहां तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है।
क्या कहते हैं माता-पिता और शिक्षक?
लखनऊ में रहने वाली पूजा मिश्रा, जिनके दो बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, ने बताया, “अभी तो हालत ये है कि दोपहर में घर से बाहर निकलना मुश्किल है। छुट्टियां बढ़ीं, ये अच्छा हुआ।”
वहीं, एक शिक्षक अमित तिवारी ने कहा, “बच्चों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। हमें पहले से तैयारी का मौका मिलेगा, जिससे स्कूल खुलने पर पढ़ाई सुचारू हो सके।”
फिलहाल यही सही फैसला लगता है
तेज़ गर्मी और बच्चों की सेहत के बीच संतुलन बनाना ज़रूरी है। कई जगहों पर प्रशासन ने समय पर फैसला लेकर अभिभावकों और बच्चों दोनों को राहत दी है। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई से हालात सुधरने पर स्कूलों की रफ्तार फिर से पटरी पर लौटेगी।