
ITI-पॉलिटेक्निक तकनीकी शिक्षा के दो प्रमुख विकल्प हैं, जो युवाओं को रोजगार और करियर के लिए जरूरी कौशल और ज्ञान प्रदान करते हैं। दोनों संस्थान अपनी-अपनी विशेषताओं और कोर्स के आधार पर अलग-अलग अवसर उपलब्ध कराते हैं। ITI (Industrial Training Institute) और Polytechnic दोनों ही तकनीकी क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षित करते हैं, लेकिन इनके कोर्स की अवधि, विषय-वस्तु, और रोजगार की संभावनाएं अलग-अलग होती हैं। ITI का फोकस मुख्य रूप से ट्रेड-विशिष्ट कौशल विकसित करने पर होता है, जबकि Polytechnic इंजीनियरिंग के व्यापक क्षेत्रों में तकनीकी शिक्षा देता है। इसलिए, ITI और Polytechnic में क्या अंतर है और कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर है, यह समझना बहुत जरूरी है।
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ITI कोर्स की विशेषताएं
ITI में आमतौर पर 6 महीने से लेकर 2 साल तक के ट्रेड-विशिष्ट कोर्स होते हैं, जिनमें इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, फिटर, प्लंबर जैसे कौशल शामिल होते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए आदर्श है जो जल्दी से नौकरी करना चाहते हैं और सीधे तकनीकी क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। ITI के कोर्स ज्यादा प्रैक्टिकल होते हैं और ट्रेड आधारित काम में दक्षता बढ़ाने पर जोर देते हैं। इसका फायदा यह होता है कि प्रशिक्षण के बाद छात्र जल्दी से सरकारी या निजी क्षेत्र में तकनीशियन, मशीन ऑपरेटर, या अन्य संबंधित पदों पर काम कर सकते हैं। शुरूआती वेतन ₹15,000 से ₹20,000 तक हो सकता है। ITI प्रशिक्षण राष्ट्रीय या राज्य स्तर के तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रमाणित होता है, जो इसकी मान्यता को सुनिश्चित करता है।
Polytechnic कोर्स की विशेषताएं
दूसरी ओर, Polytechnic में 3 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है, जो इंजीनियरिंग और तकनीकी ज्ञान के व्यापक क्षेत्र में छात्रों को शिक्षित करता है। Polytechnic में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों का समावेश होता है। इस कोर्स में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल प्रशिक्षण भी दिया जाता है। Polytechnic से डिप्लोमा पूरा करने वाले छात्र जूनियर इंजीनियर, तकनीकी पर्यवेक्षक, या अन्य तकनीकी पदों के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। यहां शुरूआती वेतन ₹25,000 से ₹30,000 के बीच होता है। यह डिप्लोमा AICTE (All India Council for Technical Education) द्वारा मान्यता प्राप्त होता है, जो छात्रों को आगे की पढ़ाई या उच्च पदों के लिए तैयार करता है।
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ITI और Polytechnic के बीच मुख्य अंतर
ITI और Polytechnic के बीच सबसे बड़ा फर्क कोर्स की अवधि, प्रशिक्षण का स्वरूप, और नौकरी के अवसरों का होता है। ITI में प्रशिक्षण ज्यादा ट्रेड-केंद्रित और प्रैक्टिकल होता है, जबकि Polytechnic में इंजीनियरिंग के सैद्धांतिक और प्रैक्टिकल दोनों पहलुओं को कवर किया जाता है। ITI से निकले छात्र जल्दी से कार्यबल में शामिल हो जाते हैं, जबकि Polytechnic के छात्र तकनीकी क्षेत्र में अधिक गहराई से ज्ञान प्राप्त करते हैं और भविष्य में इंजीनियरिंग के उच्च पदों के लिए योग्य होते हैं। वेतन और करियर ग्रोथ के लिहाज से Polytechnic अधिक लाभकारी साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है?
जो छात्र जल्दी नौकरी करना चाहते हैं और सीमित समय में प्रैक्टिकल कौशल सीखना चाहते हैं, उनके लिए ITI बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं, जो छात्र इंजीनियरिंग या तकनीकी क्षेत्र में गहराई से ज्ञान लेना चाहते हैं और भविष्य में उच्च पदों पर काम करना चाहते हैं, उनके लिए Polytechnic ज्यादा उपयुक्त है। दोनों ही विकल्पों में से चुनाव करते समय अपनी रुचि, करियर लक्ष्यों, और पढ़ाई के लिए उपलब्ध समय को ध्यान में रखना आवश्यक है।
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