राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने वर्ष 2025 की कक्षा 5वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम आज औपचारिक रूप से जारी कर दिया है। परीक्षार्थी अब अपना रिजल्ट राजस्थान सरकार के शिक्षा पोर्टल शाला दर्पण की वेबसाइट rajshaladarpan.rajasthan.gov.in और rajpsp.nic.in पर जाकर देख सकते हैं।

परीक्षाएं अप्रैल में हुई थीं आयोजित
राज्यभर में कक्षा 5वीं की परीक्षाएं 7 अप्रैल से 17 अप्रैल 2025 के बीच आयोजित की गई थीं। इस परीक्षा में लाखों छात्रों ने भाग लिया था। परिणाम की घोषणा से पहले शिक्षा विभाग ने वेबसाइट्स पर तकनीकी तैयारी पूरी कर ली थी ताकि छात्रों को रिजल्ट देखने में किसी तरह की परेशानी न हो।
rajshaladarpan.rajasthan.gov.in वेबसाइट पर ऐसे देखें परिणाम
परिणाम देखने के लिए छात्रों को rajshaladarpan.rajasthan.gov.in वेबसाइट पर जाकर “Class 5th Result 2025” लिंक पर क्लिक करना होगा। इसके बाद रोल नंबर, जिला, और स्कूल कोड जैसी जानकारी भरनी होगी। सभी विवरण भरने के बाद सबमिट करते ही स्क्रीन पर छात्र का परिणाम दिखाई देगा, जिसे डाउनलोड या प्रिंट किया जा सकता है।
पिछली बार का रहा शानदार प्रदर्शन
वर्ष 2024 में भी कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम उल्लेखनीय रहा था। उस वर्ष कुल 14.35 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 13.93 लाख विद्यार्थी सफल घोषित किए गए थे। कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 97.06% रहा था। लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर था। लड़कियों का पास प्रतिशत 97.23%, जबकि लड़कों का 96.89% रहा था।
ई ग्रेड वालों को मिला था दूसरा मौका
पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिन छात्रों को “E” ग्रेड मिला है, उन्हें फेल नहीं माना जाएगा। उन्हें सप्लीमेंट्री परीक्षा का अवसर दिया जाएगा, जिसकी तिथियों की घोषणा शिक्षा विभाग द्वारा जल्द की जाएगी।
इन जिलों का प्रदर्शन रहा था शीर्ष पर
पिछले वर्ष की तरह इस बार भी सभी की निगाहें शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों पर हैं। वर्ष 2024 में सीकर, दौसा, अलवर, अजमेर और नागौर ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया था। इन जिलों के सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों में उत्तीर्ण प्रतिशत औसत से अधिक रहा।
सरकारी और निजी स्कूलों की तुलना
2024 के परिणामों में निजी स्कूलों का पास प्रतिशत 97.04%, जबकि सरकारी स्कूलों का 96.79% रहा था। यह अंतर मामूली जरूर था, लेकिन लगातार चर्चा में रहा था।
शिक्षा विभाग ने छात्रों और अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी तकनीकी समस्या की स्थिति में संबंधित स्कूल से संपर्क करें या विभागीय हेल्पलाइन का सहारा लें।