अब नर्सिंग की पढ़ाई पर नहीं लगेगा ब्रेक! एजुकेशन लोन से बनेगा हर सपना हकीकत

सरकार और बैंकों की नई स्कीम से GNM और B.Sc Nursing जैसे कोर्स अब होंगे बेहद सस्ते। बिना जमानत, बिना टेंशन—अब हर छात्र बन सकता है हेल्थकेयर हीरो! पढ़ाई रोकने की जरूरत नहीं, जानें कैसे मिलेगा ₹7.5 लाख तक लोन, वो भी बिना कोलैटरल!

By GyanOK

देश में नर्सिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए अब एजुकेशन लोन एक ऐसा हथियार बन चुका है जिससे आर्थिक दिक्कतें पढ़ाई के बीच में रुकावट नहीं बनेंगी। नर्सिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज—जैसे GNM, B.Sc Nursing, ANM—की फीस और हॉस्टल खर्च अब अभिभावकों के लिए कोई सिरदर्द नहीं रह गया है। एजुकेशन लोन-Education Loan की मदद से छात्र न केवल भारत में, बल्कि विदेश में भी अपनी नर्सिंग की पढ़ाई कर सकते हैं।

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लोन राशि और ब्याज दरें

एजुकेशन लोन की सुविधा लेने पर स्टूडेंट्स को ₹4 लाख से ₹1.5 करोड़ तक की राशि मिल सकती है, जो कि कोर्स की फीस, हॉस्टल खर्च, किताबें, यूनिफॉर्म, और यहां तक कि लैपटॉप खरीदने जैसे तमाम जरूरी खर्चों को कवर करती है। सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के बैंक नर्सिंग छात्रों के लिए यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं। ब्याज दरें आम तौर पर 6.75% से शुरू होकर 12% तक जाती हैं, जिसमें लड़कियों को कुछ अतिरिक्त रियायत मिलती है।

जमानत की आवश्यकता और उससे जुड़ी राहत

छात्रों के लिए सबसे बड़ी राहत यह है कि ₹7.5 लाख तक का एजुकेशन लोन बिना किसी कोलैटरल यानी जमानत के भी मिल सकता है। इससे मध्यमवर्गीय और ग्रामीण परिवारों को बहुत राहत मिलती है। ₹7.5 लाख से ज्यादा के लोन के लिए आमतौर पर जमीन, फ्लैट या अन्य संपत्ति को कोलैटरल के तौर पर दिखाना होता है, लेकिन यह भी बैंक की नीतियों पर निर्भर करता है।

लोन चुकाने की समयसीमा और मोरेटोरियम अवधि

पढ़ाई पूरी करने के बाद भी छात्रों को एकदम से लोन चुकाने की टेंशन नहीं होती। उन्हें कोर्स खत्म होने के बाद 6 से 12 महीने तक की मोरेटोरियम अवधि दी जाती है, जिसमें वो नौकरी की तलाश कर सकते हैं। उसके बाद उन्हें 15 साल तक के समय में लोन चुकाना होता है। यह सुविधा छात्रों को आर्थिक रूप से स्थिर होने का मौका देती है।

एजुकेशन लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया

इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए स्टूडेंट्स को बैंक की शाखा या वेबसाइट से एजुकेशन लोन का आवेदन पत्र लेना होता है। इसके साथ उन्हें अपने सभी जरूरी दस्तावेज़—जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पिछले एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की मार्कशीट्स, एडमिशन लेटर, आय प्रमाण पत्र, बैंक स्टेटमेंट आदि जमा करने होते हैं। सही दस्तावेज़ होने पर लोन स्वीकृति में अधिक समय नहीं लगता।

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प्रमुख बैंकों की नर्सिंग छात्रों के लिए योजनाएं

कुछ बैंकों की विशेष योजनाएं छात्रों के हित में शुरू की गई हैं। उदाहरण के लिए, SBI का शौर्य एजुकेशन लोन डिफेंस कर्मियों के परिवार के लिए है, वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया जैसे बैंक भी नर्सिंग छात्रों के लिए विशेष ब्याज दर और पुनर्भुगतान विकल्प देते हैं।

एजुकेशन लोन पर टैक्स बेनिफिट का फायदा उठाएं

एक और अहम पहलू यह है कि एजुकेशन लोन पर मिलने वाली ब्याज राशि पर भी टैक्स छूट मिलती है। आयकर अधिनियम की धारा 80E के तहत छात्र या उनके अभिभावक एजुकेशन लोन के ब्याज पर टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं, जो कि लोन चुकाने की अवधि तक मिलता है।

विद्या लक्ष्मी पोर्टल से लें योजना की जानकारी

अगर छात्र विभिन्न बैंकों की लोन योजनाओं की तुलना करना चाहते हैं, तो वो सरकार द्वारा शुरू किए गए विद्या लक्ष्मी पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं। यहां 139 से अधिक योजनाएं उपलब्ध हैं और छात्र एक ही जगह से कई बैंकों में आवेदन कर सकते हैं। इससे पारदर्शिता बनी रहती है और छात्र को सही विकल्प चुनने में मदद मिलती है।

नर्सिंग में करियर बनाएं बिना आर्थिक बोझ के

भारत में नर्सिंग की पढ़ाई अब सिर्फ सपना नहीं रही—एजुकेशन लोन की मदद से यह एक वास्तविकता बन गई है। छात्रों को केवल सही जानकारी और समय पर आवेदन करने की जरूरत है। इससे न सिर्फ वो एक मजबूत करियर बना सकते हैं बल्कि देश की हेल्थकेयर इंडस्ट्री को भी मजबूती दे सकते हैं।

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