उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल की कांवड़ यात्रा शुरू होने से से पहले कई अहम निर्देश जारी किए हैं. सीएम ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि यात्रा मार्ग पर मांस की बिक्री न हो और दुकानदार अपनी दुकानों पर दुकानदार का नाम लिखें.

कांवड़ यात्रा से पहले धार्मिक भावनाओं का सम्मान जरूरी
सीएम योगी ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं और यह बेहद जरूरी है कि उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाए.
दुकानदारों के लिए नाम प्रदर्शित करना अनिवार्य
योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सभी दुकानदारों को अपने प्रतिष्ठान पर अपना नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना होगा. यह नियम पिछले सालों में भी लागू किया गया था, और इस बार भी इसे सख्ती से लागू किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि दुकानदारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी दुकानें यात्रा मार्ग पर व्यवधान न डालें और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
राजनीतिक दलों ने फिर उठाए सवाल
इस आदेश के बाद विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फखरुल हसन चांद ने इन आदेशों पर सवाल उठाया है. उनका कहना था, “अगर दुकानें बंद कर दी जाएंगी तो दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नाम लिखवाकर केवल एक समुदाय को टारगेट किया जा रहा है, जो अन्यायपूर्ण है.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कांवड़ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने के महत्व को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही राज्य सरकार को कानूनी दायरे में रहते हुए अपने आदेश जारी करने की सलाह दी।
यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है, और यह देखा जाएगा कि सरकार के इन आदेशों का प्रभाव यात्रा पर क्या पड़ता है. अब सभी की नजरें अधिकारियों की तैयारियों और इन निर्देशों के पालन पर होंगी, ताकि यात्रा शांतिपूर्वक और बिना किसी विवाद के सम्पन्न हो सके.