
दिल्ली सरकार की और से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 6वीं और 7वीं के छात्रों की मैथ्स स्किल्स को मजबूत करने के उद्देश्य से उन्हे मैथ्स कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए दिल्ली शिक्षा निदेशालय इस शैक्षणिक सेशन से कक्षा छठी और सातवीं के छात्रों के लिए अपने मिशन गणित और विशेष गणित संवर्धन कोचिंग का विस्तार करेगा। ऐसे में राज्य के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को फ्री मैथ्स कोचिंग का लाभ किस तरह मिल सकेगा और यह कक्षाएं कब से शुरू होंगी चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
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कब से की जाएगी कक्षाएं शुरू?
शिक्षा निदेशालय की और से जारी अधिसूचना के अनुसार विशेष संवर्धन कक्षाएं 7 जुलाई से शुरू होंगी। यह कक्षाएं स्कूल के समय से पहले या बाद में आयोजित की जा सकती हैं। इन कक्षाओं में प्रत्येक समूह में 20 से 25 छात्र शामिल होंगे, वहीं साप्ताहिक वर्कशीट, ऐक्टिविटी शीट और रोजाना प्रयास से प्रैक्टिस प्राशन सप्ताह में तीन बार स्कूलों के साथ डिजिटल रूप से साझा किए जाएंगे।
इसके आलवा शिक्षा विभाग की और से स्कूल प्रमुखों को कक्षाओं में छात्रों की प्रगति और भागीदारी से जुड़े रिकार्ड संभाल कर रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। वहीं इस कार्यक्रम की निगरानी और बेहतर कार्यान्वयन के लिए शिक्षा उप निदेशक की अध्यक्षता में प्रत्येक क्षेत्र में एक क्षेत्रीय मिशन गणित समिति का गठन किया जाएगा।
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6वीं और 7वीं कक्षा के छात्रों के लिए बढ़ा दायरा
सरकारी स्कूलों में छात्रों की मैथ्स सकिल को बेहतर करने के लिए पहले इसे सरकारी सचूलों में कक्षा 8वीं से 10वीं तक के छात्रों के लिए ही लागू किया जा रहा था। हालांकि कॉमन एनुअल स्कूल परीक्षाओं और 10वीं के सीबीससी बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे नतीजे देखे जाने से इसके दायरे को और बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस विस्तारित कार्यक्रम के तहत कक्षा 6वीं से 10वीं तक के छात्रों को पिछली कक्षा में उनके शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर विशेष गणित संवर्धन कक्षाओं के लिए चुना जाएगा।
वहीं ऐसे छात्र जो ग्रेस मार्क्स के साथ उत्तीर्ण हुए हैं और उन्होंने कम्पार्टमेंट परीक्षा पास की है या फिर उन्हे 40 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त हुए हैं उन्हे प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए शिक्षकों के पास कक्षा के आकलन के आधार पर छात्रों को नामांकित करने का अधिकार होगा।
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