
चौथी तिमाही के बेहतर-than-expected नतीजों के बाद LIC के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी Life Insurance Corporation of India (LIC) ने Financial Year 2023-24 की चौथी तिमाही में जो प्रदर्शन दिखाया है, उसने मार्केट एक्सपर्ट्स और निवेशकों दोनों को चौंका दिया है।
कंपनी का न्यू बिजनेस प्रीमियम (New Business Premium) 70,019 करोड़ रुपये रहा है, जबकि CNBC-TV18 के पोल में इसके 68,714 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था। इसी तरह, कंपनी का कुल एपीई (APE – Annualized Premium Equivalent) 18,853 करोड़ रुपये रहा, जोकि अनुमानित 16,826 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है। रिटेल एपीई की बात करें तो यह भी 13,606 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसके केवल 11,020 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद थी।
वीएनबी और मार्जिन में स्थिरता
LIC का नया कारोबार मूल्य यानी वीएनबी (VNB – Value of New Business) 3,534 करोड़ रुपये रहा, जबकि अनुमान 3,185 करोड़ रुपये का था। हालांकि वीएनबी मार्जिन 18.93% के अनुमान के मुकाबले थोड़ा कम 18.75% रहा, फिर भी यह स्थिर और मजबूत ग्रोथ की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है।
प्रबंधन की रणनीति और दृष्टिकोण
LIC के CEO और MD सिद्धार्थ मोहंती ने तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नए प्रोडक्ट्स पर केंद्रित रणनीति ने कंपनी की ग्रोथ को मजबूत किया है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में प्रोडक्ट डिजाइन और नॉन-PAR सेगमेंट पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसका असर यह हुआ कि FY23-24 में नॉन-PAR का मार्केट शेयर 23% से बढ़कर 28% तक पहुंच गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी की इम्बेडेड वैल्यू (Embedded Value) में 6.5% की ग्रोथ दर्ज की गई है और आने वाले समय में WRP और APE पर केंद्रित रहते हुए EV को और बूस्ट किया जाएगा। साथ ही, हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में कंपनी की हिस्सेदारी बढ़ाने की योजना पर भी काम चल रहा है, जिसे एक मजबूत डिमांड ड्राइवर के रूप में देखा जा रहा है।
शेयर बाजार में प्रदर्शन
LIC के शेयरों में नतीजों के बाद भारी उछाल आया है। यह स्टॉक 62.25 रुपये यानी 7.14% की तेजी के साथ 935 रुपये पर कारोबार कर रहा है, और दिन का हाई 948 रुपये रहा। स्टॉक का ट्रेडिंग वॉल्यूम 1.86 करोड़ शेयरों का रहा, और इसका मार्केट कैप 590,786 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।
पिछले एक सप्ताह में यह स्टॉक 9.76% चढ़ा है, जबकि एक महीने में इसमें 18% की तेजी आई है। 3 महीनों में 26% की वृद्धि और इस साल अब तक 4.69% की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि पिछले एक साल में इसमें 9.8% की गिरावट आई थी, तीन साल की अवधि में यह स्टॉक 13.66% चढ़ चुका है।