
बुधवार, 28 मई को ITC Limited के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान 4% की गिरावट दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण कंपनी में हुए कई Block Deal रहे। इस Block Deal के तहत, British American Tobacco (BAT) द्वारा ITC में अपनी 2.6% हिस्सेदारी करीब ₹14,000 करोड़ में बेचने की संभावना जताई जा रही है।
BAT ने बेची ITC में 2.57% हिस्सेदारी, ₹417 प्रति शेयर पर हुई डील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ITC के कुल 33.25 करोड़ शेयर, जो कि कंपनी में 2.57% हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं, ₹417 प्रति शेयर की दर से छह Block Deal के माध्यम से बेचे गए। यह डील कुल ₹13,900 करोड़ की रही। हालांकि, डील में शामिल पक्षों की आधिकारिक जानकारी बाजार के बंद होने के बाद ही सामने आने की संभावना है।
गौर करने वाली बात यह है कि BAT ने पहले 2.3% हिस्सेदारी बेचने की मंशा जताई थी, लेकिन वास्तव में इससे अधिक हिस्सेदारी बेची गई। इस बिक्री के बाद भी BAT, ITC की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी बनी रहेगी और इसके पास अब भी 23.1% हिस्सेदारी मौजूद है।
₹400 के फ्लोर प्राइस पर हुई बिक्री, 7.8% का डिस्काउंट
Reuters की एक रिपोर्ट में बताया गया कि BAT ने इस Block Deal में ₹400 के फ्लोर प्राइस पर करीब 290 मिलियन शेयर बेचे, जो ITC के पिछले क्लोजिंग प्राइस से 7.8% कम था। यह कोई नई बात नहीं है; पिछले साल भी BAT ने ITC की 3.5% हिस्सेदारी, यानी 436.9 मिलियन शेयर करीब $2 अरब में बेचे थे, जो कि भारत का तीसरा सबसे बड़ा Block Deal था।
Dividend के कारण भी चर्चा में रहा ITC शेयर
Block Deal के अलावा, ITC के शेयर एक और वजह से सुर्खियों में रहे—यह था Final Dividend। कंपनी ने अपने Q4 रिज़ल्ट के साथ ₹7.85 प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया था, जिसके लिए 28 मई को रिकॉर्ड डेट तय की गई थी।
भारतीय शेयर बाज़ार में T+1 सेटलमेंट सिस्टम लागू है, यानी Dividend के लिए पात्रता पाने के लिए निवेशकों को रिकॉर्ड डेट से एक दिन पहले ही शेयर खरीदने होते हैं।
क्या ITC शेयर खरीदना चाहिए इस Block Deal के बाद?
INVasset PMS के रिसर्च एनालिस्ट हर्षल दासानी के अनुसार, इस Block Deal ने लंबे समय के लिए ITC में निवेश करने का अच्छा अवसर प्रदान किया है। उनका मानना है कि ₹13,863 करोड़ के Block Deal के बाद ITC शेयर ₹417 पर बेचे गए, जिससे शेयर की कीमत में अस्थायी गिरावट आई। शेयर ₹402.20 पर बंद हुआ, जो कि उसके 20/50/100/200 EMA स्तर ₹426 से नीचे है।
हालांकि, दासानी कहते हैं कि वॉल्यूम्स में मज़बूती यह दर्शाते हैं कि संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। RSI करीब 46 है, जो कि न तो कमजोरी और न ही ज्यादा मजबूती का संकेत है—एक Neutral Zone।
उन्होंने सुझाव दिया कि ITC के मजबूत फंडामेंटल्स और उचित मूल्यांकन को देखते हुए ₹390–₹400 का स्तर एक अच्छा आधार हो सकता है, और यह गिरावट दीर्घकालिक निवेशकों के लिए रणनीतिक अवसर प्रदान करती है।