अरशद वारसी पर SEBI का बड़ा वार! 1 साल तक शेयर बाजार से बैन—जानिए क्यों

बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी पर SEBI का तगड़ा एक्शन—यूट्यूब वीडियो से शेयर की कीमतें बढ़ा कर कमाए लाखों, अब 1 साल का बैन और ₹5 लाख का जुर्माना! जानिए कैसे एक पॉपुलर चेहरा बना शेयर घोटाले का हिस्सा—यह कहानी हर निवेशक को पढ़नी चाहिए!

By GyanOK

अरशद वारसी पर SEBI का बड़ा वार हुआ है। बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने एक साल के लिए शेयर बाजार से बैन कर दिया है। यह कार्रवाई एक बड़े शेयर घोटाले में उनकी कथित भूमिका को लेकर की गई है, जिसमें यूट्यूब चैनलों के माध्यम से शेयर की कीमतों में हेराफेरी की गई थी। इस मामले में कुल 59 लोगों को दोषी पाया गया है, जिन्होंने सधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम लिमिटेड) के शेयरों की कीमतों को कृत्रिम रूप से बढ़ाकर लाखों की कमाई की।

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SEBI की जांच में कैसे फंसे अरशद वारसी और उनकी पत्नी

SEBI की जांच रिपोर्ट में सामने आया कि अभिनेता अरशद वारसी ने 13 जुलाई 2022 को 1,87,500 शेयर खरीदे थे, जबकि उनकी पत्नी मारिया गोरेटी ने उसी दिन 2,65,004 शेयरों में निवेश किया था। इस निवेश के तुरंत बाद यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक वीडियो अपलोड किए गए, जिनमें दावा किया गया कि सधना ब्रॉडकास्ट कंपनी को जल्द ही किसी बड़ी टेक कंपनी द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है या उसके पास 5G लाइसेंस मौजूद है। इन झूठे दावों की वजह से शेयर की कीमतों में तेज उछाल आया।

कुछ ही दिनों में अरशद वारसी और मारिया गोरेटी ने अपने-अपने शेयर बेच दिए और क्रमशः ₹41.70 लाख और ₹50.35 लाख का मुनाफा कमाया। SEBI ने इस मुनाफे को “अनैतिक लाभ” करार देते हुए दोनों पर ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया है। साथ ही, एक साल के लिए उन्हें किसी भी प्रकार के सिक्योरिटीज ट्रेडिंग से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

भ्रामक यूट्यूब वीडियो

SEBI की जांच में सामने आया कि यह घोटाला “पंप-एंड-डंप स्कीम” का हिस्सा था। पहले चरण में प्रमोटर्स और उनसे जुड़े लोगों ने आपसी लेन-देन के जरिए शेयर की कीमत को कृत्रिम रूप से बढ़ाया। इसके बाद दूसरे चरण में यूट्यूब चैनलों के ज़रिए भ्रामक वीडियो अपलोड किए गए। इन वीडियो में बताया गया कि कंपनी के शेयर बहुत जल्द “बड़ा धमाका” करने वाले हैं, जिससे रिटेल निवेशकों ने तेजी से इन शेयरों को खरीदा।

वीडियो के जरिए किए गए प्रचार में कहा गया कि कंपनी जल्द ही किसी बड़े समूह, जैसे अडानी ग्रुप द्वारा अधिग्रहित की जाएगी, और उसका मुनाफा अगले 6 महीनों में दोगुना हो सकता है। इस प्रकार के झूठे वादों ने हजारों खुदरा निवेशकों को फंसाया, जिन्होंने उंची कीमतों पर शेयर खरीदे, जबकि अंदरूनी लोगों ने उस समय अपने शेयर ऊंचे दामों पर बेचकर भारी मुनाफा कमा लिया।

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SEBI की सख्त कार्रवाई और जुर्माने का विवरण

SEBI ने इस मामले में 59 व्यक्तियों और संस्थाओं को दोषी ठहराते हुए ₹58.01 करोड़ की अवैध कमाई को 12% वार्षिक ब्याज के साथ वापस लौटाने का आदेश दिया है। इन लोगों में न केवल अभिनेता और उनके परिवार शामिल हैं, बल्कि वे प्रमोटर्स और यूट्यूब चैनल चलाने वाले लोग भी शामिल हैं जिन्होंने इस स्कीम की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।

मामले में मुख्य योजनाकार के रूप में गौरव गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता और मनीष मिश्रा को चिन्हित किया गया है। मनीष मिश्रा ने “The Advisor”, “Moneywise” और “Profit Yatra” जैसे यूट्यूब चैनलों के माध्यम से भ्रामक जानकारी फैलाई। SEBI का कहना है कि इस प्रकार की योजनाएं छोटे निवेशकों के विश्वास को नुकसान पहुंचाती हैं और शेयर बाजार की पारदर्शिता को कमजोर करती हैं।

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ती धोखाधड़ी

यह मामला एक बड़े सबक के रूप में देखा जा रहा है कि कैसे सोशल मीडिया और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर शेयर बाजार में हेराफेरी की जा सकती है। छोटे निवेशकों को चेतावनी दी गई है कि वे बिना जांचे-परखे किसी भी यूट्यूब वीडियो या सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर निवेश न करें।

SEBI की इस कार्रवाई को एक कड़ा संदेश माना जा रहा है कि बाजार में पारदर्शिता को बनाये रखने और निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह मामला दर्शाता है कि चाहे कोई भी व्यक्ति हो—सेलिब्रिटी, प्रमोटर या यूट्यूबर—यदि वे कानून तोड़ते हैं, तो उन्हें उसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।

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