12% चढ़ा Cochin Shipyard का शेयर, लेकिन ब्रोकरेज ने दी 60% गिरावट की चेतावनी

Cochin Shipyard के चौथी तिमाही के शानदार नतीजों के बाद शेयर में 6 दिनों में 40% की तेजी और आज 12% की छलांग! लेकिन कोटक सिक्योरिटीज का दावा है – स्टॉक ₹850 तक गिर सकता है। आखिर क्यों दिख रही है इतनी बड़ी गिरावट की आशंका?

By GyanOK

डिफेंस सेक्टर की सार्वजनिक कंपनी कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड (Cochin Shipyard) के शेयर में शुक्रवार को जबरदस्त तेजी देखी गई। कंपनी के चौथी तिमाही के परिणाम जारी होने के बाद शेयर ने लगभग 12% की छलांग लगाई और ₹2030 के पार ट्रेड करता नजर आया। पिछले 6 ट्रेडिंग सत्रों में यह स्टॉक करीब 40% उछल चुका है

GyanOK के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp
12% चढ़ा Cochin Shipyard का शेयर, लेकिन ब्रोकरेज ने दी 60% गिरावट की चेतावनी
12% चढ़ा Cochin Shipyard का शेयर, लेकिन ब्रोकरेज ने दी 60% गिरावट की चेतावनी

Q4 नतीजे बने तेजी की वजह

15 मई को जारी नतीजों में कंपनी का राजस्व 37% बढ़कर ₹1758 करोड़ और शुद्ध लाभ 10.8% बढ़कर ₹287 करोड़ रहा। हालांकि, EBITDA मार्जिन 22.4% से गिरकर 15.1% रह गया, जो विश्लेषकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। तिमाही आधार पर रेवेन्यू में 53.2% की वृद्धि, EBITDA में 11.9% और नेट प्रॉफिट में 62% का उछाल देखने को मिला है।

शॉर्ट टर्म में एक्सिस सिक्योरिटीज की खरीद सलाह

एक्सिस सिक्योरिटीज ने कोचिन शिपयार्ड को अपने “मोमेंटम पिक्स” में शामिल किया है। ब्रोकरेज हाउस ने ₹1702–1770 के दायरे में खरीदने और ₹2080 व ₹2185 के लक्ष्य के साथ निवेश करने की सलाह दी है। स्टॉपलॉस ₹1565 रखा गया है। शेयर फिलहाल अपने लाइफटाइम हाई ₹2977 से करीब 32% नीचे ट्रेड कर रहा है।

60% गिरावट का अनुमान: कोटक सिक्योरिटीज की चेतावनी

जहां एक ओर कई विश्लेषक इस शेयर में तेजी देख रहे हैं, वहीं कोटक सिक्योरिटीज ने बेहद नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए स्टॉक का लक्ष्य ₹850 तय किया है — यानी मौजूदा स्तर से करीब 60% डाउनसाइड। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी के मार्जिन दबाव में हैं और बीते 2 वर्षों में कोई बड़ा ऑर्डर नहीं मिला है। साथ ही INS Vikrant की मरम्मत से हुए एकमुश्त लाभ को लेकर भी ब्रोकरेज ने सतर्कता बरती है।

निवेशकों के लिए स्थिति जटिल

कोचिन शिपयार्ड में लगभग 5 करोड़ शेयर 9.89 लाख रिटेल निवेशकों के पास हैं, जो कंपनी के 18.98% स्टेक का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा DII के पास 6.82% हिस्सेदारी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि मौजूदा तेजी के बावजूद, कमजोर ऑर्डर बुक और घटते मार्जिन लंबी अवधि के लिए चिंता का विषय हैं।

Cochin Shipyard में तेज़ी और चेतावनी दोनों साथ-साथ चल रही हैं। निवेशकों को अल्पकालिक मुनाफे और दीर्घकालिक जोखिमों के संतुलन के साथ फैसले लेने की आवश्यकता है। बाजार की चाल और नई ऑर्डर बुकिंग पर अब सभी की नजरें टिक गई हैं।

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें