
मार्च के महीने में भारत से बहुत सारे आईफोन बाहर भेजे गए, जिससे लग रहा है कि फॉक्सकॉन को अपना उत्पादन बहुत बढ़ाना होगा या नई फैक्ट्रियां लगानी होंगी। इसलिए, फॉक्सकॉन ने तमिलनाडु में अपनी फैक्ट्री में लगभग 12,800 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश किया है। यह पैसा यूझान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए लगाया गया है, जिससे भारत में कंपनी और भी मज़बूत होगी।
चीन से भारत की ओर शिफ्ट होता प्रोडक्शन
Foxconn का यह कदम ऐसे समय पर आया है जब Apple चीन पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को एक बड़े विकल्प के रूप में देख रही है। Apple CEO टिम कुक ने हाल ही में कहा कि अमेरिका में जून तिमाही में बिकने वाले अधिकांश iPhone अब भारत में बने होंगे। इसके पीछे प्रमुख वजह है टैरिफ को लेकर चीन में बढ़ती अनिश्चितता। ऐसे में भारत, खासकर तमिलनाडु, Apple के लिए एक रणनीतिक विनिर्माण केंद्र बनता जा रहा है।
2025 तक दोगुनी हो चुकी है आय
Foxconn की भारत से होने वाली आय FY 2025 में दोगुनी होकर $20 बिलियन (₹1.7 लाख करोड़) पहुंच गई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से iPhone प्रोडक्शन में बढ़ोतरी की वजह से हुई है। S&P Global के अनुसार, 2024 में Apple ने अमेरिका में करीब 759 लाख फोन बेचे हैं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि Foxconn की भारतीय यूनिट अब वैश्विक मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
तेजी से बढ़ रही है उत्पादन क्षमता
भारत से iPhone के निर्यात की बात करें तो सिर्फ मार्च 2025 में ही 31 लाख यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया गया। इस प्रकार के निर्यात को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए, कंपनी को या तो वर्तमान यूनिट्स का विस्तार करना होगा या फिर नए विनिर्माण केंद्र स्थापित करने होंगे। भारत सरकार का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर Apple के जितने iPhone बनते हैं, उनमें से 15% का निर्माण भारत में हो रहा है। Apple की योजना इस आंकड़े को इस वित्तीय वर्ष में 6 करोड़ यूनिट्स तक पहुंचाने की है।
मोबाइल एक्सपोर्ट में नया रिकॉर्ड
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 के दौरान भारत से मोबाइल का रिकॉर्ड स्तर पर एक्सपोर्ट हुआ, जिसमें 1.15 लाख करोड़ रुपये मूल्य के iPhone का निर्यात शामिल था। यह संकेत करता है कि भारत न केवल घरेलू निर्माण में बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी प्रमुख खिलाड़ी बनता जा रहा है।