
प्रयागराज में बिजली चोरी-Electricity Theft के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान ने एक बार फिर लोगों को चौकन्ना कर दिया है। सोमवार को लीडर रोड पर बिजली विभाग की टीम ने जब जांच शुरू की, तो क्षेत्र में हलचल मच गई। दुकानों पर तो सब कुछ सही पाया गया, लेकिन घरेलू उपभोक्ताओं ने चोरी की बिजली से एसी-Air Conditioner चलाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए। यह मामला न सिर्फ बिजली विभाग की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि आम लोगों की जागरूकता की कमी को भी उजागर करता है।
छापेमारी के दौरान हुआ खुलासा
एसडीओ पावर हाउस राजीव कुमार की अगुवाई में हुई इस छापेमारी के दौरान यह खुलासा हुआ कि उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाने से बचने के लिए मीटर को घर के अंदर लगवा रहे थे, ताकि चोरी को छुपाया जा सके। नोकझोंक के बाद कार्रवाई तेज हुई और पांच उपभोक्ताओं के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जांच में यह भी सामने आया कि दो उपभोक्ता दुकान के नाम पर बिजली कनेक्शन लेकर दूसरी मंजिल पर निजी एसी चला रहे थे, जो कि स्पष्ट रूप से मीटर बाईपास कर की गई चोरी थी।
स्मार्ट मीटर से बढ़ रही पारदर्शिता, लेकिन उपभोक्ताओं में अभी भी हिचकिचाहट
जांच के दौरान 48 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए। इनमें से कई उपभोक्ता ऐसे थे जिनका बिजली बिल काफी समय से बकाया था। जब विभाग ने बिजली काटने की चेतावनी दी तो कई उपभोक्ताओं ने बकाया राशि का भुगतान किया। इस पूरी कार्रवाई में अफवाहों का भी सहारा लिया गया, जिसमें कहा गया कि एक क्लीनिक में भी बिजली चोरी पकड़ी गई है, जिसे अधिकारियों ने सिरे से खारिज कर दिया।
बाई का बाग में दो दिन की बिजली कटौती, केबल व पोल लगाने का कार्य जारी
प्रयागराज के बाई का बाग क्षेत्र में 27 और 28 मई को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान इलाके में नए केबल और पोल लगाए जाएंगे, जिससे भविष्य में उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति मिल सकेगी। कल्याणी देवी उपखंड के अवर अभियंता लवकुश बिंद के अनुसार, दरियाबाद और सदियाबाद क्षेत्रों में भी इन्हीं तारीखों को बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी।
फाफामऊ में बड़े पैमाने पर कार्रवाई, बकायेदारों के कनेक्शन काटे गए
फाफामऊ क्षेत्र में बिजली विभाग की टीम ने सोमवार को चेकिंग अभियान चलाया और 32 बकायेदारों की केबल काट दी गई। इसके अलावा आठ उपभोक्ताओं के मीटर व केबल उतारकर विभागीय कार्रवाई के लिए भेजा गया। 36 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए और कुल 5.10 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गई। अवर अभियंता वीपी रॉव ने इस जानकारी को साझा करते हुए बताया कि यह कदम विभागीय सख्ती का हिस्सा है, जिससे बिजली चोरी पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके।