हर साल की तरह इस बार भी त्योहारों से पहले लोग बैंकों से 10-20 रुपए के नोट इकट्ठा करना शुरू कर देते हैं. जब लोग इन नोटों को बैंकों में जमा करते हैं तो बैंक अधिकारियों का कहना है कि, त्योहारों के करीब आते ही इन नोटों की मांग बढ़ जाती है और बैंकों में इनकी कमी हो जाती है.

महंगे दामों पर बिकने लगे नोट
अब जब ये नोट बैंकों से नहीं मिलते, तो पहले से जमा किए गए नोटों को महंगे दामों पर बेचा जाने लगता है. बाजारों में देखा जा रहा है कि 10-10 रुपए के 100 नोट 1500 रुपए में बिक रहे हैं, और 20-20 के 200 नोट 2400 रुपए में मिल रहे हैं.
क्या है इस घटना की वजह?
लोग त्योहारों के पहले 10-20 रुपए के नोटों को बैंकों से लेकर जमा करने की तैयारी कर लेते हैं. फिर इन्हें महंगे दामों पर बेचकर फायदा कमाते हैं. इस प्रक्रिया से बैंकों में इन नोटों की कमी हो जाती है, जो बाद में बाजारों में ऊंचे दामों पर बिकते हैं.