
भारत देश के अलावा अन्य देशों में सड़क सुरक्षा और सही तरीके से गाड़ी चलाने के लिए ट्रैफिक नियम बनाए गए है. इन नियमों में ट्रैफिक लाइट मानना, तय स्पीड में गाड़ी चलाना, शराब पीकर गाड़ी न चलाना, गाड़ी चलाते समय फ़ोन इस्तेमाल न करना और हेलमेट-सीट बेल्ट पहनना शामिल हैं. इसी को देखते हुए कर्नाटक के डीजीपी एमए सलीम ने ट्रैफिक पुलिस को सख्त आदेश दिए है कि अब सिर्फ डॉक्यूमेंट्स चेक करने के लिए किसी भी गाड़ी को सड़क पर न रोका जाएं.
गाड़ी चेक करने के दौरान हुई दर्दनाक घटनाएं
कुछ समय पहले गाड़ी चेक करने के दौरान एक बच्ची और एक पुलिसकर्मी की जान चली गई. मंड्या जिले में 26 तारीख को पुलिसकर्मी गाड़ी चेक कर रहा था, तभी एक सड़क हादसे में एक बच्ची की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस ने बिना सुरक्षा के हाईवे पर गाड़ियां रोकनी शुरू कर दी थीं, जिससे जाम लग गया और एक गाड़ी ने बच्ची को टक्कर मार दी। इसी तरह 13 मई को दावणगेरे जिले में भी ट्रैफिक चेकिंग के दौरान एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने एक पुलिसकर्मी को टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी.
DGP एमए सलीम ने दिए सख्त आदेश
इस तरह की घटना होने के बाद DGP एमए सलीम ने सख्त आदेश दिए हैं कि अब पुलिस सिर्फ कागज़ात चेक करने के लिए गाड़ियाँ नहीं रोकेगी। अगर किसी गाड़ी को रोकना बहुत ज़रूरी हो, तो पहले यह देखा जाएगा कि वहाँ ज़्यादा ट्रैफिक न हो और जाम न लगें और सुरक्षा का पूरा इंतज़ाम हो. तब जाकर गाडियां की चेकिंग की जाएं.
पुलिस के लिए भी नए नियम
गाड़ी चेकिंग के दौरान किसी भी तरह की घटना न हो, उसके लिए पुलिस के लिए नए नियम बनाएं हैं कि पुलिसकर्मी तभी गाड़ी रोकेंगे जब ट्रैफिक नियम टूट रहा हो और इससे सड़क पर कोई खतरा न हो। चेकिंग करते समय भी पुलिस को बहुत सावधान रहने और सभी सुरक्षा नियमों का पालन करने को कहा गया है। भविष्य में इस प्रकार की कोई दुर्घटना न हो उसके लिए नए नियमों को लागू करना और उन्हें फॉलो करना बेहद जरूरी है.