
भारत और बांग्लादेश के कूटनीतिक रिश्ते वर्तमान समय में भले ही जटिल और तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हों, लेकिन डिफेंस एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दोनों देशों के सैन्य सहयोग की डोर अब भी मज़बूती से बंधी हुई है। भारत में बांग्लादेशी सैन्य अफसरों की ट्रेनिंग एक ऐसा आयाम है, जो दोनों देशों के बीच रणनीतिक विश्वास का प्रतीक बन चुका है। यह साझेदारी आज भी कायम है, भले ही बांग्लादेश की अंतरिम युनूस सरकार राजनीतिक रूप से भारत के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हो।
डिफेंस एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए जुड़ी रणनीतिक डोर
डिफेंस एक्सचेंज प्रोग्राम एक ऐसा सैन्य साझेदारी मॉडल है, जिसके तहत बांग्लादेश हर वर्ष दर्जनों सैन्य अफसर भारत भेजता है ताकि वे भारत के प्रमुख सैन्य संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। इसी कार्यक्रम के अंतर्गत भारत से भी कुछ सैन्य अधिकारी बांग्लादेश में ट्रेनिंग देने के लिए नियुक्त किए जाते हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, इस समय 41 बांग्लादेशी सैन्य अधिकारी भारत में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जबकि भारत के 11 अफसर ढाका में तैनात हैं।
राजनीतिक तनाव, लेकिन सैन्य ट्रेनिंग पर असर नहीं
इस साल की शुरुआत में बांग्लादेश सरकार ने भारत आने वाले 50 न्यायाधीशों का प्रशिक्षण रोक दिया था, लेकिन सैन्य अफसरों की ट्रेनिंग पर कोई रोक नहीं लगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत के साथ रक्षा सहयोग को लेकर बांग्लादेश एक सतर्क रणनीति अपना रहा है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां ने भी हाल में यह बयान दिया था कि उनकी सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी जिससे भारत के रणनीतिक हित प्रभावित हों।
साल दर साल बढ़ती भागीदारी
सालाना प्रशिक्षण कार्यक्रम 1 जुलाई से 30 जून तक आयोजित होता है। पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेशी अफसरों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखा गया है:
- 2021-22 में 62
- 2022-23 में 52
- 2023-24 में 30
- वर्तमान में 41 अफसर प्रशिक्षणरत हैं
यह आंकड़े दिखाते हैं कि राजनीतिक परिस्थितियों से परे, सैन्य स्तर पर विश्वास बना हुआ है।
भारत के प्रमुख संस्थान जहां होती है ट्रेनिंग
बांग्लादेश के सैन्य अधिकारियों को भारत के प्रतिष्ठित सैन्य शिक्षण संस्थानों में भेजा जाता है:
- नेशनल डिफेंस कॉलेज (NDC), नई दिल्ली: रणनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रशिक्षण
- इंडियन मिलिट्री अकादमी (IMA), देहरादून: अफसरों को बेसिक और मिड लेवल की ट्रेनिंग
- डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज (DSSC), तमिलनाडु: स्टाफ और कमांड ट्रेनिंग
- इंफैंट्री स्कूल और आर्मी वॉर कॉलेज, मध्य प्रदेश: युद्ध कौशल और रणनीति की ट्रेनिंग
- सैनिक स्कूल और नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA), महाराष्ट्र: कैडेट्स और अफसरों की संयुक्त ट्रेनिंग