
आज 31 मई को पंजाब में ‘ऑपरेशन शील्ड’ के अंतर्गत दूसरी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। यह अभ्यास सिविल डिफेंस नियम 1968 की धारा-19 के अंतर्गत केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित है, जो देश की पश्चिमी सीमा से सटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों में किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य है आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों, सुरक्षाबलों और प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल और तैयारियों को जांचना।
Blackout के दौरान कैसा होगा मॉक ड्रिल का स्वरूप
ऑपरेशन शील्ड के तहत होने वाले इस अभ्यास में ब्लैकआउट एक मुख्य हिस्सा है। मॉक ड्रिल की शुरुआत सायरन बजने से होगी, जिसके तुरंत बाद संबंधित क्षेत्रों में सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे इस दौरान अपने घरों की लाइटें बंद रखें। वहीं सड़क पर चल रहे वाहन चालक अपनी गाड़ियों को साइड में रोककर उनकी लाइटें भी बंद करें।
किन जिलों में कब-कब होगा ब्लैकआउट
पंजाब के अलग-अलग जिलों में अलग-अलग समय पर ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल की योजना बनाई गई है:
- जालंधर: रात 9:30 बजे से 10:00 बजे तक
- गुरदासपुर: रात 8:00 बजे से 8:30 बजे तक
- अमृतसर: शाम 6:00 से 6:30 और रात 8:00 से 8:30 तक
- फिरोज़पुर: शाम 6:00 से 7:00 तक; विशेष रूप से छावनी क्षेत्र में रात 9:00 से 9:30 तक
- मोगा: रात 8:00 बजे
- बरनाला: रात 8:30 से 9:00 बजे तक
- कपूरथला और फगवाड़ा: रात 9:30 से 10:00 बजे तक
- मोहाली (डेराबस्सी): शाम 6:00 बजे
चंडीगढ़ में ड्रोन अटैक सिमुलेशन के साथ विशेष मॉक ड्रिल
चंडीगढ़ के किशनगढ़ और आई.टी. पार्क क्षेत्र में भी रात 8:00 से 8:10 बजे तक ब्लैकआउट के साथ मॉक ड्रिल होगी। इस विशेष अभ्यास में दुश्मन ड्रोन के हमले की परिकल्पना की गई है, जिसमें सिविल प्रशासन द्वारा परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा। चिकित्सा प्रतिक्रिया की भी जाँच की जाएगी जिसमें 30 यूनिट खून और अतिरिक्त चिकित्सा टीमों की व्यवस्था की गई है। यह अभ्यास आपातकालीन बलों और प्रशासनिक इकाइयों के बीच समन्वय और प्रतिक्रिया प्रणाली की मजबूती को परखने के लिए किया जा रहा है।
सेना को सहयोग और रियर एरिया सुरक्षा
इस मॉक ड्रिल के दौरान सीमा विंग होम गार्ड्स को भारतीय सेना को सहयोग देने के लिए तेजी से तैनात किया जाएगा। सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स, होम गार्ड्स, अधिकारी और युवा संगठन इस अभ्यास का हिस्सा होंगे। डिप्टी कमिश्नर निशांत कुमार यादव ने सभी सरकारी विभागों से सहयोग और भागीदारी की अपील की है ताकि यह अभ्यास सफल हो सके।