गर्मी आते ही किडनी स्टोन क्यों बना देता है ज़िंदगी नर्क? डॉक्टर ने बताया चौंकाने वाला कारण!

डॉक्टर ने बताया कैसे एक छोटी सी लापरवाही आपकी किडनी को तबाह कर सकती है—जानिए गर्मी में पथरी से बचने के आसान लेकिन जरूरी उपाय!

By GyanOK

गर्मी के मौसम में किडनी स्टोन-Kidney Stone की शिकायत अचानक तेज़ी से बढ़ जाती है। न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवा और यहां तक कि बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जैसे ही तापमान बढ़ता है, शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन-Dehydration शुरू हो जाती है, और यहीं से शुरू होता है पथरी बनने का खतरा।

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डिहाइड्रेशन कैसे बढ़ाता है पथरी का खतरा?

गर्मी में शरीर पसीने के जरिए बहुत सारा पानी खो देता है। जब हम इस कमी को पर्याप्त पानी पीकर पूरा नहीं करते, तो मूत्र में मौजूद कैल्शियम-Calcium, ऑक्सालेट-Oxalate और यूरिक एसिड-Uric Acid जैसे खनिज गाढ़े हो जाते हैं। यही खनिज धीरे-धीरे क्रिस्टल्स में बदलते हैं और पथरी का रूप ले लेते हैं।

खानपान की गलतियां जो बन सकती हैं जानलेवा

गर्मियों में लोग अक्सर कोल्ड ड्रिंक, सोडा और मीठे जूस जैसी चीज़ों की ओर आकर्षित होते हैं। इनमें हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और फॉस्फोरिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं जो यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं और मूत्र को अधिक अम्लीय बना देते हैं। इसके साथ ही, अत्यधिक नमक, प्रोटीन और ऑक्सालेट युक्त आहार जैसे पालक, चॉकलेट, नट्स और रेड मीट का सेवन भी पथरी की वजह बन सकता है।

पारिवारिक इतिहास और शरीर के संकेतों पर ध्यान

अगर आपके परिवार में किसी को पहले से किडनी स्टोन हो चुका है, तो आपको और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। पेशाब के रंग में बदलाव, जलन, कम मूत्र आना और अधिक प्यास लगना जैसे लक्षण डिहाइड्रेशन और पथरी की शुरुआत के संकेत हो सकते हैं।

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बचाव के आसान लेकिन असरदार उपाय

बचाव के लिए सबसे असरदार तरीका है भरपूर मात्रा में पानी पीना। लेकिन पानी के अलावा कुछ प्राकृतिक पेय जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, सेलेरी जूस और गेहूं घास का रस भी काफी लाभकारी माने जाते हैं। ये पेय मूत्र में साइट्रेट की मात्रा बढ़ाकर क्रिस्टल बनने से रोकते हैं।

डिहाइड्रेशन से जुड़ी अन्य परेशानियां

डिहाइड्रेशन से न सिर्फ पथरी होती है, बल्कि यह शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है। लगातार पसीना बहाने के बाद शरीर थकान महसूस करता है, चक्कर आना, मतली और तेज़ सिरदर्द भी हो सकता है।

कब करें डॉक्टर से संपर्क

यदि किसी को पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हो रहा हो, पेशाब में खून आए, बार-बार पेशाब लगे लेकिन हो न पाए, या पेशाब करते समय तेज़ जलन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय रहते इलाज ना करवाने पर पथरी बढ़ सकती है और सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है।

पथरी का इलाज और आधुनिक तकनीकें

आजकल लेज़र तकनीक से पथरी को बिना चीरे-टांके के निकाला जा सकता है, लेकिन अगर पथरी बहुत बड़ी हो जाए तो ऑपरेशन करना पड़ता है। इसलिए शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज़ ना करें और समय पर चिकित्सकीय सलाह लें।

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