ब्लड डोनेशन से पहले जान लें, खून में कितना हीमोग्लोबिन होना चाहिए? कम है तो क्या करें?

रक्तदान करना जितना पुण्य है, उतना ही जरूरी है यह जानना कि कहीं आपका हीमोग्लोबिन स्तर आपको नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा! जानिए WHO के मापदंड, सही आयु, वजन, टैटू से जुड़े नियम, और वो डायट सीक्रेट्स जो आपको बना सकते हैं एक हेल्दी और जिम्मेदार ब्लड डोनर।

By GyanOK

Hemoglobin For Blood Donation
Hemoglobin For Blood Donation

Hemoglobin For Blood Donation विषय न सिर्फ मेडिकल दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं से भी जुड़ा हुआ है। रक्तदान को अक्सर “जीवनदान” कहा जाता है, और सही मायनों में यह कई जिंदगियों को बचा सकता है। लेकिन हर इच्छुक व्यक्ति ब्लड डोनर नहीं बन सकता, क्योंकि इसके लिए कुछ जरूरी शर्तें और स्वास्थ्य मानक तय किए गए हैं। इनमें सबसे अहम है हीमोग्लोबिन लेवल का उपयुक्त होना।

डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, रक्तदान के लिए डोनर का स्वस्थ होना, सही उम्र, वजन और हीमोग्लोबिन स्तर आवश्यक होता है। यह न केवल डोनर की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि प्राप्तकर्ता को गुणवत्ता युक्त रक्त मिले।

रक्तदान के लिए उम्र और वजन की शर्तें

रक्तदान के लिए सबसे पहली शर्त है डोनर की उम्र। सामान्यतः 18 से 65 वर्ष के व्यक्ति ब्लड डोनेट कर सकते हैं। हालांकि कुछ देशों में 16 या 17 साल की उम्र में भी रक्तदान की अनुमति होती है, बशर्ते डोनर शारीरिक रूप से सक्षम हो और माता-पिता की सहमति प्राप्त हो।

वजन की बात करें तो, WHO के अनुसार रक्तदान के लिए व्यक्ति का न्यूनतम वजन 50 किलोग्राम होना चाहिए। हालांकि कुछ देशों में 350 मि.ली. ±10% रक्तदान की अनुमति के लिए 45 किलोग्राम वजन भी मान्य होता है।

सेहत और मेडिकल कंडीशन की भूमिका

रक्तदान से पहले यह आवश्यक है कि डोनर पूरी तरह से स्वस्थ हो। अगर किसी को जुकाम, फ्लू, गले में खराश, बुखार, डायरिया, पेट में इंफेक्शन या अन्य कोई संक्रामक रोग है तो उसे रक्तदान से बचना चाहिए।

यदि आपने हाल ही में टैटू बनवाया है या बॉडी पियर्सिंग करवाई है, तो WHO की गाइडलाइन के अनुसार, रक्तदान के लिए कम से कम 6 महीने का इंतजार करना चाहिए। हालांकि अगर बॉडी पियर्सिंग किसी रजिस्टर्ड हेल्थ प्रोफेशनल द्वारा की गई हो और सूजन पूरी तरह से ठीक हो गई हो, तो 12 घंटे बाद भी रक्तदान संभव हो सकता है।

डेंटल प्रोसीजर और रक्तदान के बीच का संबंध

अगर आपने किसी माइनर डेंटल प्रोसीजर जैसे कि सफाई या चेकअप करवाया है, तो रक्तदान करने से पहले 24 घंटे का इंतजार करें। लेकिन अगर कोई मेजर ओरल सर्जरी हुई है, तो कम से कम 1 महीने तक रक्तदान नहीं करना चाहिए।

रक्तदान के लिए हीमोग्लोबिन स्तर कितना होना चाहिए?

रक्तदान से पहले हीमोग्लोबिन स्तर की जांच की जाती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, महिलाओं के लिए न्यूनतम हीमोग्लोबिन लेवल 12.0 g/dl और पुरुषों के लिए 13.0 g/dl होना चाहिए। अगर हीमोग्लोबिन इससे कम है, तो रक्तदान करना नुकसानदायक हो सकता है।

हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के आसान और प्रभावी उपाय

हीमोग्लोबिन का स्तर प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन B12 और विटामिन C की संतुलित खुराक जरूरी होती है। आयरन रिच डाइट जैसे पालक, मेथी, अनार, गुड़, चुकंदर, दालें, और सूखे मेवे जैसे किशमिश और खजूर फायदेमंद हैं। नॉन-वेजिटेरियन विकल्पों में मांस, मछली और अंडे शामिल किए जा सकते हैं।

विटामिन C जैसे नींबू, आंवला, संतरा, टमाटर, शिमला मिर्च आयरन के एब्जॉर्ब्शन को बढ़ाते हैं। वहीं, फोलिक एसिड के लिए हरी सब्जियां, दालें, और साबुत अनाज तथा विटामिन B12 के लिए डेयरी उत्पाद, अंडे और मछली जरूरी हैं।

पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और लोहे के बर्तनों में खाना पकाना भी हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा भोजन के तुरंत बाद चाय या कॉफी पीने से बचना चाहिए क्योंकि ये आयरन के अवशोषण में बाधा डालते हैं।

Author
GyanOK

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें