
India Meteorological Department-IMD ने सोमवार को मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन इलाकों में बहुत ज़्यादा बारिश होने की संभावना है, साथ ही बिजली चमकने, बादलों की गरज और तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी भी दी गई है। यह चेतावनी मंगलवार सुबह तक जारी रहेगी।
इस स्थिति को देखते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे बिना ज़रूरत घर से बाहर न निकलें और मौसम की चेतावनियों का पालन करें, खासकर जो लोग निचले इलाकों में रहते हैं।
मई में रिकॉर्डतोड़ बारिश, मानसून भी जल्दी आया
IMD के आंकड़ों के अनुसार, इस बार मुंबई के कोलाबा इलाके में मई महीने में अब तक की सबसे ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है – 295 मिलीमीटर। इससे पहले मई 1918 में 279.4 मिमी बारिश हुई थी। सांताक्रूज़ स्टेशन पर भी इस बार 197.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि मई का रिकॉर्ड 387.8 मिमी है जो साल 2000 में बना था।
इससे पहले रविवार को ही मौसम विभाग ने बताया था कि महाराष्ट्र में मानसून इस बार 10 दिन पहले पहुंच गया है, जबकि सामान्यत: मानसून 5 जून के आसपास आता है। 1990 के बाद यह पहली बार हुआ है जब मानसून इतनी जल्दी पहुंचा है।
ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया, लोगों को किया गया रेस्क्यू
पुणे जिले के बारामती और इंदापुर तालुका में रविवार को बहुत ज़्यादा बारिश हुई। इससे 14 गांवों में पानी भर गया और लोग वहां फँस गए। स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की दो टीमों ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। बारामती में 83.6 मिमी और इंदापुर में 35.7 मिमी बारिश हुई।
रेलवे सेवाएं और ट्रैफिक पर असर
भारी बारिश के कारण मुंबई की लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सेंट्रल रेलवे ने बताया कि दादर, कुर्ला और भायखला स्टेशनों पर ट्रैक पर पानी भर गया है, जिससे कई ट्रेनें रोकनी पड़ी हैं। कुछ ट्रेनें देरी से चल रही हैं और लंबी दूरी की ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। हालांकि, वेस्टर्न रेलवे की बोरीवली से चर्चगेट तक की ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं।
वहीं शहर के किंग्स सर्कल ब्रिज, हिंदमाता जंक्शन, वर्ली नाका और एल्फिंस्टन ब्रिज जैसे इलाकों में पानी भरने के कारण ट्रैफिक बहुत धीरे-धीरे चल रहा है। मुंबई पुलिस ने लोगों से तटीय और निचले इलाकों में जाने से मना किया है और सावधानी बरतने को कहा है।