
दिल्ली, यूपी और हरियाणा जैसे राज्यों में हाल ही में हुई बारिश के बाद वातावरण में नमी काफी बढ़ गई है, जिससे उमस और चिपचिपाहट महसूस की जा रही है। ऐसे में चाहे AC हो या कूलर, दोनों ही इस बढ़ी हुई नमी के सामने बेअसर साबित हो रहे हैं। इसी समस्या का एक कारगर समाधान है डीह्यूमिडिफायर (Dehumidifier)—एक ऐसा डिवाइस जो हवा से अतिरिक्त नमी को सोखकर वातावरण को हल्का, शुद्ध और अधिक आरामदायक बना देता है।
बारिश के बाद बढ़ी नमी और उसकी चुनौती
हाल ही में आए आंधी-तूफान और तेज़ बारिश के बाद मौसम में एक ठंडक तो आई, लेकिन साथ ही नमी का स्तर बढ़ गया, जिससे चिपचिपी गर्मी का अनुभव हो रहा है। ऐसी स्थिति में जब AC और कूलर भी राहत देने में नाकाम हों, तब डीह्यूमिडिफायर एक बेहतर विकल्प बनकर उभरता है। यह डिवाइस हवा में मौजूद एक्स्ट्रा मॉइस्चर को सोखकर उसे एक पानी के टैंक में जमा कर देता है, जिससे कमरा सूखा और ठंडा महसूस होने लगता है।

Dehumidifier vs Cooler and AC
जहां कूलर केवल सूखी गर्मी में ही राहत दे पाता है और नमी में बिल्कुल भी प्रभावी नहीं होता, वहीं AC कुछ हद तक नमी को कम कर सकता है लेकिन इसका खर्च और मेंटेनेंस ज्यादा होता है। इसके विपरीत, डीह्यूमिडिफायर का काम ही नमी को कम करना है। यह कमरे की हवा से मॉइस्चर को पूरी तरह हटाकर वातावरण को न सिर्फ शुद्ध बनाता है, बल्कि सांस लेने में भी राहत देता है।
डीह्यूमिडिफायर के प्रमुख फायदे
डीह्यूमिडिफायर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह नमी से होने वाली परेशानियों जैसे एलर्जी, सांस की समस्या और फफूंद को बढ़ने से रोकता है। इसके नियमित उपयोग से घर में मौजूद फर्नीचर, कपड़े, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नमी के प्रभाव से सुरक्षित रहते हैं। साथ ही, यह घर में सीलन और बदबू को भी काफी हद तक खत्म करता है, जिससे इनडोर वातावरण न सिर्फ साफ बल्कि मानसिक रूप से सुकूनदायक भी लगता है।
कीमत में भी किफायती विकल्प
जहां एक साधारण एयर कंडीशनर की कीमत 30,000 रुपये तक पहुंच जाती है, वहीं एक डीह्यूमिडिफायर केवल 6,000 रुपये से शुरू हो जाता है। इसका मतलब यह डिवाइस AC के मुकाबले लगभग 5 गुना सस्ता है, साथ ही मेंटेनेंस और बिजली की खपत भी कम होती है। यानी यह डिवाइस केवल स्वास्थ्य और आराम के लिहाज से ही नहीं, बल्कि जेब पर भी हल्का पड़ता है।