
जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के भद्रवाह शहर के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। सरकार द्वारा जारी किए गए इस आदेश के पीछे की प्रमुख वजह राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा इंटरनेट का दुरुपयोग करने की आशंका है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती थी। यह निर्णय 27 मई तक इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने के निर्देश के साथ लिया गया है।
भद्रवाह क्षेत्र में इंटरनेट बंद
गृह विभाग ने पुलिस महानिरीक्षक (जम्मू क्षेत्र) भीम सेन टूटी की सिफारिश पर यह कार्रवाई की है। आदेश के अनुसार, 22 मई की रात 8 बजे से 27 मई की रात 8 बजे तक 37 मोबाइल टावरों पर इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। इनमें रिलायंस जियो के 19 और एयरटेल के 18 टावर शामिल हैं। प्रमुख सचिव (गृह) चंद्राकर भारती द्वारा जारी आदेश में यह उल्लेख किया गया कि इस बंदी का उद्देश्य शांति व्यवस्था को बनाए रखना और किसी भी संभावित साइबर-आधारित उकसावे को रोकना है।
दूरसंचार नियमों के तहत लिया गया निर्णय
यह कदम दूरसंचार (सेवाओं पर अस्थायी रोक) नियम 2024 के नियम 3 के तहत उठाया गया है। पुलिस महानिरीक्षक, जो इस नियम के तहत अधिकृत अधिकारी हैं, ने सभी इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को निर्देशित किया कि वे भद्रवाह क्षेत्र में मोबाइल डेटा सेवाएं (2G/3G/4G/5G) और पब्लिक Wi-Fi सेवाओं को पूरी तरह बंद करें। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस कदम का मकसद अफवाह फैलाने वाले नेटवर्क, साम्प्रदायिक तनाव और आतंकी गतिविधियों को इंटरनेट के माध्यम से बढ़ावा देने से रोकना है।
सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी और अभियान तेज
इस निर्णय की पृष्ठभूमि में हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घटनाएं भी प्रमुख कारण रही हैं। राज्य की सुरक्षा एजेंसियां लगातार आतंकियों और उनके लोकल सहयोगियों के खिलाफ अभियान चला रही हैं। नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अनजान नंबर से संपर्क पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की सलाह दी गई है। सर्च ऑपरेशन और सुरक्षा चेक-पोस्ट की संख्या में भी वृद्धि की गई है ताकि आतंकी नेटवर्क को समाप्त किया जा सके।