
कछुए की अंगूठी पहनना वास्तु-वास्तुशास्त्र और ज्योतिष-Jyotish के अनुसार जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने और धन-संपत्ति को आकर्षित करने का एक महत्वपूर्ण उपाय माना गया है। इसे धारण करने से जीवन में स्थिरता, सुख-शांति और आर्थिक समृद्धि आती है। कछुए की यह अंगूठी न केवल भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का प्रतीक मानी जाती है, बल्कि फेंगशुई-Feng Shui में भी इसे शुभ और रक्षक माना गया है।
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भाग्य को चमकाने वाला उपाय
ऐसी मान्यता है कि अगर कछुए की अंगूठी सही नियमों के साथ धारण की जाए तो यह किस्मत को चमका सकती है। खासकर वे लोग जो अपने करियर में लगातार असफल हो रहे हैं या आर्थिक तंगी से परेशान हैं, उनके लिए यह अंगूठी भाग्य का एक नया दरवाज़ा खोल सकती है। चांदी की धातु में बनी यह अंगूठी मध्यमा उंगली में पहनना शुभ माना जाता है, और यह विशेष रूप से शुक्रवार के दिन पूजा के बाद धारण करनी चाहिए।
मानसिक शांति और पारिवारिक सुख का स्रोत
कछुए की अंगूठी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। इसका उपयोग घर में शांति बनाए रखने, रिश्तों में मधुरता लाने और मानसिक तनाव को कम करने के लिए भी किया जाता है। कुछ लोग इसे व्यापार-व्यवसाय या स्टार्टअप-Startup में सफलता के लिए भी धारण करते हैं, जिससे कि कारोबार में स्थिरता और विस्तार आए।
फेंगशुई में विशेष स्थान
फेंगशुई में तो इसे सुरक्षा का प्रतीक भी कहा गया है। यह अंगूठी आसपास की नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करती है और परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनाए रखती है। वास्तु सलाहकार मानते हैं कि यह अंगूठी तब और प्रभावी होती है जब इसे घर के मुख्य द्वार की ओर मुख करके पहना जाता है, जिससे सकारात्मक ऊर्जा भीतर आ सके।
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इन राशियों को पहनने से बचना चाहिए
हालांकि इसके चमत्कारी प्रभावों के बीच कुछ विशेष सावधानियां भी जरूरी हैं। हर व्यक्ति को यह अंगूठी नहीं पहननी चाहिए। कुछ राशियों के लिए यह हानिकारक मानी गई है। रत्न शास्त्र और ज्योतिष के विशेषज्ञों की मानें तो मेष, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए कछुए की अंगूठी पहनना अशुभ प्रभाव डाल सकता है। इन जातकों के लिए यह अंगूठी धन हानि, मानसिक असंतुलन और पारिवारिक अशांति का कारण बन सकती है।
पहने से पहले लें विशेषज्ञ की सलाह
इसलिए अगर आप कछुए की अंगूठी पहनने का विचार कर रहे हैं, तो सबसे पहले किसी योग्य ज्योतिषी या वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है। यह आपकी कुंडली, ग्रहों की स्थिति और जीवन की वर्तमान दशा के आधार पर तय किया जाना चाहिए कि आपके लिए यह अंगूठी शुभ है या नहीं। कई बार बिना सलाह लिए पहनने पर यह फायदे के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकती है।
आर्थिक निवेश और पारंपरिक उपायों का तालमेल
वर्तमान समय में जब लोग IPO, Mutual Fund, और Real Estate जैसी चीज़ों में निवेश कर रहे हैं और आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं, वहां ऐसे पारंपरिक उपायों की ओर लौटना न केवल आध्यात्मिक राहत देता है, बल्कि मानसिक तौर पर भी सहारा बनता है। यह अंगूठी अपने आप में एक आस्था और ऊर्जा का प्रतीक है, जो सही दिशा में आपकी सोच को प्रेरित कर सकती है।
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