
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में पास होने के बाद छात्रों को अपनी असली मार्कशीट का इंतजार रहता है। इस साल रिजल्ट आने के बाद से ही 10वीं और 12वीं के छात्र अपनी ओरिजिनल मार्कशीट का इंतजार कर रहे हैं। अच्छी खबर यह है कि अब जून के पहले हफ्ते से दसवीं और बारहवीं के छात्रों को उनकी हाईटेक और सुरक्षित मार्कशीट मिलनी शुरू हो जाएगी।
मार्कशीट वितरण की प्रक्रिया शुरू
Prayagraj News के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने क्षेत्रीय कार्यालयों में मार्कशीट भेजनी शुरू कर दी है। ये मार्कशीट पहले संबंधित जिलों के डीआईओएस कार्यालयों को भेजी जाएंगी और फिर वहां से संबंधित स्कूलों तक पहुंचेंगी। छात्रों को अपनी Marksheet स्कूलों से ही प्राप्त करनी होगी। इससे पहले वे ऑनलाइन प्रोविजनल मार्कशीट डाउनलोड कर चुके होंगे, लेकिन अब उन्हें ओरिजनल डॉक्यूमेंट मिलने जा रहा है जो भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा।
हाईटेक तकनीक से तैयार होगी Marksheet
इस बार यूपी बोर्ड ने मार्कशीट की सुरक्षा और स्थायित्व को लेकर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। बोर्ड की ओर से यह जानकारी दी गई है कि नई मार्कशीट ऐसे विशेष कागज पर छपेगी जो न तो आसानी से फटेगा और न ही समय के साथ खराब होगा। इसके अलावा इसमें एक विशेष मोनोग्राम जोड़ा गया है जो सूरज की रोशनी में लाल और छांव में अन्य रंग में दिखाई देगा, जिससे इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि हो सकेगी।
रंग और साइज में बदलाव, फोटोकॉपी में दिखेगा अंतर
नई Marksheet केवल टेक्नोलॉजी ही नहीं, बल्कि अपने स्वरूप में भी अलग होगी। अब यह A4 साइज में उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे इसके प्रेजेंटेशन और हैंडलिंग में भी आसानी होगी। यही नहीं, अगर कोई इसकी फोटोकॉपी करता है तो उस पर “फोटोकॉपी” शब्द स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। इस फीचर के चलते नकली मार्कशीट बनाना मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा रोल नंबर केवल अंकों में नहीं, बल्कि शब्दों में भी लिखा होगा—जो एक और सुरक्षा का स्तर जोड़ता है।
अभिभावकों और छात्रों की चिंताओं को किया गया दूर
बोर्ड की यह नई पहल छात्रों के करियर दस्तावेज़ को लंबे समय तक सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। कई बार पुरानी मार्कशीट समय के साथ खराब हो जाती थी, जिससे छात्रों को आगे की पढ़ाई या नौकरी में परेशानी होती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। नई तकनीक और सुरक्षा के साथ तैयार की गई यह मार्कशीट वर्षों बाद भी वैसी ही दिखेगी जैसी अभी है।