नई दिल्ली | टेक डेस्क: गर्मियों में कूलर हर घर की जरूरत बन गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर कूलर को छूने पर हल्का करंट भी महसूस हो रहा है, तो यह मामूली बात नहीं है? चाहे कूलर प्लास्टिक बॉडी का हो या मेटल फ्रेम वाला, अगर उसमें करंट आ रहा है तो यह आपकी सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है।

यह लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। कई बार लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। आइए जानते हैं कूलर से करंट क्यों आता है, किन वजहों से ये जोखिम बढ़ता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. वायरिंग और स्विच बोर्ड में खराबी
अक्सर पुरानी या खराब क्वालिटी की वायरिंग कूलर में करंट आने की पहली वजह होती है। अगर कूलर की वायर कट गई हो, टूटी हो या लूज़ हो, तो करंट मेटल फ्रेम तक पहुंच सकता है।
इसके अलावा कई बार स्विच बोर्ड में भी लीकेज या खराबी होती है। लोकल या कम क्वालिटी के सस्ते वायर का इस्तेमाल भी इस समस्या को गंभीर बना देता है।
क्या करें:
- ISI मार्क वाला वायर और प्लग ही इस्तेमाल करें।
- वायरिंग पुरानी हो तो तुरंत बदलवाएं।
- डैमेज्ड स्विच बोर्ड का तुरंत रिप्लेसमेंट करवाएं।
2. कूलर का भीगना या ऊपर पानी गिरना
प्लास्टिक बॉडी वाले कूलर की ऊपरी सतह को कई लोग स्टैंड या स्टोरेज की तरह इस्तेमाल करने लगते हैं। पानी की बोतल, पौधे या अन्य सामान रखने से अगर पानी गिर गया, तो वह कूलर के अंदर के इलेक्ट्रिकल सिस्टम तक पहुंच सकता है।
यह स्थिति शॉर्ट सर्किट या करंट लीक का कारण बन सकती है।
क्या करें:
- कूलर की ऊपरी सतह को खाली रखें।
- कूलर पर पानी या कोई तरल वस्तु न रखें।
3. लिमिट से ज्यादा पानी भरना
कई बार यूज़र्स पानी भरते समय मैन्युफैक्चरर द्वारा दी गई अधिकतम सीमा को नजरअंदाज कर देते हैं। यदि पानी ज्यादा भर गया तो यह मोटर या इलेक्ट्रिकल वायरिंग तक पहुंच सकता है और करंट फैल सकता है।
विशेष रूप से लोहे के कूलर में यह खतरा और ज्यादा होता है, क्योंकि मेटल करंट को कंडक्ट करता है।
क्या करें:
- पानी भरते समय टंकी पर बनी “Max” लाइन का ध्यान रखें।
- चल रहे कूलर में कभी भी पानी न भरें।
4. अर्थिंग की समस्या
यदि आपके घर की इलेक्ट्रिकल अर्थिंग ठीक से नहीं की गई है, तो किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में करंट लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। कूलर भी इसका अपवाद नहीं है।
क्या करें:
- सुनिश्चित करें कि घर की बिजली व्यवस्था में सही अर्थिंग हो।
- डाउट होने पर किसी प्रमाणित इलेक्ट्रिशियन से जांच कराएं।
करंट से कैसे बचें? अपनाएं ये सेफ्टी टिप्स
- कूलर को लकड़ी के स्टैंड पर रखें, ताकि बॉडी और ज़मीन के बीच संपर्क न हो।
- गीले हाथों से कूलर को बिल्कुल न छुएं।
- चलते कूलर में पानी भरने से बचें।
- अगर करंट हल्का भी महसूस हो, तो तुरंत इलेक्ट्रिशियन को बुलाएं।
- कूलर को हमेशा अलग सॉकेट में प्लग करें और ओवरलोडिंग न करें।
नजरअंदाज किया तो जानलेवा साबित हो सकता है
कूलर में आने वाला करंट सिर्फ झटका नहीं देता, कई बार यह बिजली का गहरा झटका (electrocution) बन सकता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इसीलिए छोटी से छोटी गड़बड़ी को भी हल्के में न लें।