जामुन की लकड़ी को लेकर सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो ने सबका ध्यान खींचा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इसे पानी की टंकी में डालने से पानी 101 साल तक खराब नहीं होता। यद्यपि इतने लंबे समय का वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि जामुन की लकड़ी में ऐसे प्राकृतिक गुण होते हैं जो पानी को लंबे समय तक साफ और सुरक्षित रखने में मददगार होते हैं।

क्या है जामुन की लकड़ी का जादू?
जामुन की लकड़ी में पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के कारण यह पानी में मौजूद सूक्ष्म जीवों को नष्ट करने में सक्षम है। जब इसे पानी की टंकी में डाला जाता है, तो यह टंकी के भीतर शैवाल (algae) और हरी काई (green moss) जमने से रोकती है। यही कारण है कि टंकी में पानी अधिक समय तक ताजा और उपयोग योग्य बना रहता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से प्राकृतिक है और किसी भी रसायन का उपयोग नहीं किया जाता।

कैसे करें जामुन की लकड़ी का उपयोग?
इस उपाय को आजमाना बेहद आसान है। सबसे पहले जामुन की लकड़ी को अच्छे से धोकर साफ करें ताकि उस पर कोई गंदगी या कीटाणु न रहें। फिर इस लकड़ी को छत पर रखी पानी की टंकी में डाल दें। अब आपको बार-बार टंकी की सफाई करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो ऊंची इमारतों में रहते हैं और टंकी की सफाई करवाना मुश्किल होता है।
वर्षों पुरानी परंपरा और अनुभव
अगर हम पुराने समय पर नजर डालें तो पाएंगे कि हमारे पूर्वज पानी को शुद्ध और सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल करते थे। जामुन की लकड़ी उन्हीं में से एक है। यह लकड़ी बेहद मजबूत होती है और पानी में लंबे समय तक रहने पर भी सड़ती नहीं। यही कारण है कि इसका उपयोग पहले नाव बनाने और कुएं या मटके में पानी साफ रखने के लिए किया जाता था। यह न केवल पानी को साफ रखती थी बल्कि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाए रखने में सहायक मानी जाती थी।