हिमाचल प्रदेश में फ्री राशन लेने वाले लोगों के लिए एक जरूरी खबर है. इस बार अगस्त महीने से सरकार ने फ्री राशन योजना (Free Ration Scheme) के तहत मिलने वाले चावल और आटे के कोटे में कटौती कर दी है. खासकर APL यानी ‘एबव पॉवर्टी लाइन’ राशन कार्ड रखने वालों को इसका सीधा असर झेलना पड़ेगा. अब उन्हें हर महीने सिर्फ 6 किलो चावल और 13 किलो आटा ही मिलेगा.

क्यों लिया गया ये फैसला?
सरकार की तरफ से बताया गया है कि ट्राइबल यानी जनजातीय क्षेत्रों में सर्दियों का राशन पहले ही भेजा जा रहा है. इसी वजह से बाकी इलाकों में राशन की मात्रा कम कर दी गई है, ताकि पहाड़ी इलाकों में समय पर सप्लाई पूरी हो सके. इसका असर नॉन-ट्राइबल क्षेत्रों में रहने वाले APL परिवारों पर पड़ा है.
APL परिवारों के लिए कितना राशन मिलेगा अब
- नॉन-ट्राइबल इलाके: 13 किलो आटा और 6 किलो चावल
- ट्राइबल इलाके: 20 किलो आटा और 15 किलो चावल
NFSA यानी नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत मिलने वाला राशन पहले की तरह ही रहेगा. उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.
कितना राशन भेजा गया है इस बार
अगस्त महीने के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल को कुल 42,334 मीट्रिक टन राशन दिया है, जिसमें 26,850 मीट्रिक टन गेहूं और 15,484 मीट्रिक टन चावल शामिल हैं. इसमें से APL परिवारों को 25,026 मीट्रिक टन राशन मिला है.
NFSA कार्डधारकों को कितना मिलेगा
NFSA के तहत राशन की मात्रा तय रहती है और उसमें कोई कटौती नहीं की जाती. अगस्त महीने में इस योजना के तहत कुल 17,308 मीट्रिक टन राशन का वितरण होगा. इसमें अंत्योदय अन्न योजना और प्रायोरिटी हाउसहोल्ड दोनों ही शामिल हैं.
कितने लोग होंगे प्रभावित?
प्रदेश में करीब 11.98 लाख APL राशन कार्डधारक हैं, जिनके साथ लगभग 40 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हैं. ऐसे में कोटे में की गई ये कटौती लाखों लोगों की रसोई पर असर डालेगी.
राशन की कटौती से क्या असर पड़ेगा?
रक्षाबंधन जैसे त्योहार से पहले इस तरह की कटौती से आम लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. पहले ही महंगाई ने घरों का बजट बिगाड़ रखा है, और अब जब कम राशन मिलेगा, तो परिवारों को ज़रूरत का अनाज बाजार से महंगे दामों पर खरीदना पड़ेगा.
फिलहाल सरकार ने यह कटौती सिर्फ अगस्त महीने के लिए की है. उम्मीद की जा रही है कि सितंबर से राशन वितरण फिर सामान्य हो जाएगा. हालांकि, अभी इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.