
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से पहली से दसवीं क्लास तक के बच्चों के लिए आर्ट इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट को जरूरी कर दिया है. नए नियमों के तहत अब सभी स्कूलों को इस प्रोजेक्ट को ‘कला सेतु पोर्टल’ पर अपलोड करना होगा. जो स्कूल यह प्रोजेक्ट अपलोड नहीं करेगी, तो वह 10वीं बोर्ड परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं कर पाएंगे. स्कूली शिक्षा में कला, संस्कृति और रचनात्मकता को बढ़ावा मिल सकें, इसलिए यह नियम नई शिक्षा नीति के तहत लाया गया है.
प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य
इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का उद्देश्य सभी छात्रों को भारतीय कला से जोड़ना और उनकी रचनात्मकता कला को बाहर निकालना है. 9वीं और 10वीं क्लास के बच्चों को इस प्रोजेक्ट की मदद से अपने विषयों को ज्यादा गहराई से समझने में आसानी होगी. वहीं जूनियर क्लास के छात्रों को यह प्रोजेक्ट आर्ट-इंटीग्रेटेड विषयों को अच्छे तरीके से समझने के लिए है.
केंद्र शासित प्रदेश की कला और संस्कृति पर आधारित प्रोजेक्ट
सभी छात्रों को भारतीय कला से जोड़ने के लिए यह प्रोजेक्ट बनाया गया है. यह प्रोजेक्ट उस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की कला और संस्कृति पर आधारित होगा, जिसे स्कूल ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत चुना है। बोर्ड ने साफ कहा है कि इस प्रोजेक्ट से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए. इसमें अपने आस -पास की चीजों का इस्तेमाल करें ताकि कम खर्च आए और अधिभावकों पर भार न पड़ें.
इन राज्यों का इन केंद्रशासित प्रदेशों से किया गया है संयोजन
- जम्मू कश्मीर- गुजरात
- पश्चिम बंगाल- तमिलनाडु
- छत्तीसगढ़- केरल
- हिमाचल प्रदेश- दादर एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव
- उत्तराखंड- पुडुचेरी
- तेलंगाना- झारखंड
- राजस्थान- नगालैंड
- महाराष्ट्र- सिक्किम
- गोवा- मेघालय
- दिल्ली- लक्ष्यदीप, अंडमान एवं निकोबार द्वीप
- मध्य प्रदेश- बिहार
- चंडीगढ़- त्रिपुरा एवं मिजोरम
- असम- आंध्र प्रदेश
- उत्तर प्रदेश- अरुणालचल प्रदेश
- हरियाणा- मणिपुर
- कर्नाटक- लद्दाख
- ओडिसा- पंजाब