
UIDAI ने अब आधार -आधारित KYC प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा आसान और सुरक्षित बना लिया है. इन नए बदलावों से आपको KYC करने के लिए न तो अपना आधार नंबर बताना होगा और न ही OTP या बायोमैट्रिक जानकारी देनी होगी।
UIDAI अब QR कोड और PDF जैसे ऑप्शन ला रहा है, ताकि ऑफलाइन KYC का उपयोग ज्यादा हो सकें। इस नई पहल के माध्यम से ग्राहकों को अपनी पहचान साबित करने के लिए आधार नंबर या अन्य जानकारी देने की जरुरत नहीं होगी और न ही OTP या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होगी।
अब KYC के लिए होगा QR कोड और PDF का उपयोग
अब ग्राहकों की निजी सुरक्षा के लिए XML की जगह QR कोड और PDF का इस्तेमाल किया जायेगा, इससे डाक्यूमेंट्स शेयर करना आसान और सुरक्षित हो जायेगा। यह बदलाव इसलिए किया गया क्योकि कुछ समय पहले ले UIDAI और MeitY द्वारा फ़ूड डिलीवरी और ई-कॉमर्स कंपनियों की वेबसाइटों को ब्लॉक करने से KYC प्रक्रिया में दिखात आ रही थी.
Aadhaar अपडेट के नियम हुए सख्त
अब Aadhaar अपडेट करने की प्रक्रिया को सख्त कर दिया है. अब हर आधार प्लीकेशन में आपके दस्तावेजों का वेरिफिकेशन तुरंत होगा। साथ ही आपकी डिटेल्स को दूसरी सरकारी डाटाबेस से भी क्रॉस-चेक किया जा सकता है, ताकि किसी प्रकार की धोखाधड़ी न हो.
बच्चों का आधार कार्ड हो सकता है बंद
UIDAI के नियमों के मुताबित जिन बच्चों का आधार कार्ड 5 साल से पहले बना है, यदि वह बच्चे की 7 साल की उम्र तक आधार अपडेट नहीं करते है तो उनका आधार कार्ड डीएक्टिवेट कर लिया जाएगा।
UIDAI has reiterated the importance of completing the Mandatory Biometric Update (MBU) for children who have attained the age of seven but have not yet updated their biometrics in Aadhaar. This is an existing requirement under Aadhaar, and parents or guardians can update the… pic.twitter.com/KQmQU92G5Q
— Aadhaar (@UIDAI) July 16, 2025
आधार वेरिफिकेशन हुआ और भी आसान
UIDAI ने आधार बनाने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किये है. अब आधार बनाते समय, , आपकी जानकारी को पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस और MGNREGS डेटा से भी ऑटोमेटिकली वेरिफाई किया जाएगा। इससे KYC प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा और धोखाधड़ी को रोकने में भी मदद मिलेगी।