
बरसात का मौसम शुरू होते ही हमारे वातावरण में बैक्टीरिया और मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है। इनसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी कई तरह की बिमारियाँ भी बढ़ती है। ऐसे में मच्छरों से बचाव के लिए हम अक्सर घरों में All Out जैसे मॉस्किटो रेपलेंट मशीन का उपयोग करते हैं, यह मशीन हवा में मौजूद सभी मच्छरों को बिना धुएँ के ही जड से खत्म कर देती है।
हालांकि यह मच्छरों से तो बचाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोच है रातभर चलने वाली इस मशीन से आपके बिजली कि कितनी खप्त होती है, यदि नही तो चलिए हम आपको बताते हैं All Out से आपकी जेब पर कितना असर पड़ता है और इसकी पूरी जानकारी।
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क्या अधिक है मशीन पावर कंजम्पशन?
बता दें जब भी आप भी All Out या किसी भी मॉस्किटो रेपलेंट मशीन का इस्तेमाल करते हैं तो यह मच्छरों को मारने के लिए लिक्विड वेपोराइज़र या हीटिंग मैट्स का उपयोग करती है। इससे हवा में मौजूद मच्छर धीरे-धीरे मरना शुरू हो जाते हैं, जितनी देर तक यह मशीन खुली रहती है उतनी ही गर्म होने लगती है। हालांकि किसी दूसरे डिवाइस जैसे आयरन या इलेक्ट्रिक कुकर की तुलना यह अधिक गर्म नही होती और ना ही इससे पावर कन्ज्यूम अधिक होता है, यानी यह कम बिजली की खप्त करती है।
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पावर कंजम्पशन कितना होता है
यदि मशीन के बिजली खप्त की बात करें तो बिजली इसकी औसत पावर रेटिंग लगभग 5 वाट की बताई जाती है, यानी अगर आप 5 वाट की इस मशीन को 10 घंटे भी चलाते हैं तो कुल 50 वाट आवर्स प्रतिदिन के हिसाब से 30 दिन तक चलाने पर 1,500 वाट आवर्स यानी 1.5 किलो आवर्स की खप्त के साथ चलती है।
हर महीने में इतना आएगा बिजली बिल
भारत में बिजली बिल के दरों की बात करें तो यह अलग-अलग हो सकती है, वहीं घरों के लिए औसतन 6-8 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल आता है। ऐसे में मॉस्किटो रेपलेंट मशीन से 6 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से 9 रुपये और 8 रुपये यूनिट के हिसाब से 1 रुपये प्रति माह बिजली की खप्त होती है। यानी यदि आप हर दिन 10 घंटे भी इस मशीन का उपयोग करते हैं तो इससे आपकी जेब पर अधिक बोझ नहीं पड़ेगा।
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